मुंबई, 2 नवम्बर। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को मंगलवार को कोविड-टेस्ट सहित अन्य मेडिकल जांच कराए जाने के बाद उनकी रिमांड पर सुनवाई के लिए उन्हें एक विशेष अदालत में पेश किया गया। धन शोधन के एक मामले में सोमवार देर रात तक पूछताछ जारी रहने के बाद भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें मंगलवार तड़के अपनी हिरासत में ले लिया था।
सूत्रों ने बताया कि कोविड-टेस्ट सहित अन्य मेडिकल जांच कराए जाने के बाद उनकी रिमांड पर सुनवाई के लिए उन्हें एक विशेष अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के मुताबिक, वह पूछताछ में अपना सहयोग नहीं दे रहे थे और अपने जवाबों में फेर-बदल कर रहे थे। इसके बाद उन्हें रात करीब 1.30 बजे हिरासत में ले लिया गया।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने कहा कि देशमुख से एजेंसी द्वारा जुटाए गए कथित सबूतों को लेकर पूछताछ की गई। इनमें मामले में गवाह का बयान भी शामिल है।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनके खिलाफ कथित 100 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच की जा रही है।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने आरोप लगाया था कि राज्य के तत्कालीन गृहमंत्री ने उस समय सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को हर महीने मुंबई के होटलों और बार से 100 करोड़ रुपये वसूली के लिए कहा था, हालांकि देशमुख उन पर लगे इस आरोप से बार-बार इंकार करते रहे। इस मामले में वाजे को सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है और वाजे को एंटीलिया बम मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है।