लखनऊ, 8 नवम्बर। उत्तर प्रदेश में अगली साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर तीखा प्रहार किया है। सोमवार को बसपा प्रमुख ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, सपा शुरू से ही दलितों व पिछड़ों में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों की तिरस्कारी रही है जिसका खास उदाहरण फैजाबाद जिले में से बनाया गया नया अम्बेडकर नगर जिला है। भदोही को नया जिला संत रविदास नगर बनाने का भी इन्होंने विरोध किया तथा इसका नाम तक भी सपा सरकार ने बदल दिया।
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में आगे कहा, इसी प्रकार यूपी के अनेकों संस्थानों व योजनाओं आदि के नाम जातिवादी द्वेष के कारण अधिकांशः बदल दिए गये, ऐसे में सपा द्वारा उनकी व उनके मानने वालों के प्रति आदर-सम्मान व सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है? चाहे अब यह पार्टी इनके वोट की खातिर कितनी भी नाटकबाजी क्यों ना कर ले?
बता दें कि हाल के दिनों में बसपा छोड़कर सपा में कई विधायकों ने जॉइन किया। रविवार को भी पूर्वांचल के अंबेडकर नगर में बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित विधायक अखिलेश यादव के साथ मंच साझा करते नजर आए। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी से निकाले गए इन नेताओं की सपा में जॉइनिंग को लेकर तंज किया था।