नई दिल्ली 20 दिसम्बर। विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही आज अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद विपक्षी दल के सदस्यों ने नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस के बारे में जानना चाहा। सबसे पहले कांग्रेस के जयराम रमेश ने इस मामले को उठाया। उसके साथ ही कई सदस्य एक साथ खड़े हो गए और जोर-जोर से बोलने लगे। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी इस दौरान खड़े हुए और कुछ कहना चाहा।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस को अस्वीकार कर दिया गया है। पहले सदन की कार्यवाही चलनी चाहिए। सदन का संचालन उनकी प्रथमिकता और जिम्मेदारी है। नायडू ने कहा कि शुक्रवार को उन्होंने सरकार और विपक्ष के नेताओं की बैठक करने के संबंध में कहा था ताकि सही ढ़ंग से सदन का संचालन हो सके। विपक्षी दलों के 12 सदस्यों के निलंबन की समाप्त की मांग को लेकर सदस्य पिछले कई दिनों से हंगामा कर रहे है।
इस दौरान विपक्ष के कुछ सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर तख्तियां दिखाई। सभापति ने सदस्यों को ऐसा नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वे अनुशासन और शिष्टाचार में रहे। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।