नई दिल्ली, 20 जून। ऐसे वक्त, जब देश में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का दायरा काफी सिकुड़ चुका है, संक्रमण की तीसरी लहर के इसी वर्ष अक्टूबर तक भारत में आने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने देशवासियों को सचेत किया है कि अगले छह से आठ हफ्तों के अंदर भारत में कोविड-19 की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है।
स्मरण रहे कि वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के दौरान देशभर के अस्पतालों में बिस्तर की कमी के साथ ही मेडिकल सप्लाई की भी कमी हो गई थी। इस दौरान कई राज्यों ने सख्त प्रतिबंध लागू किए थे, जिनमें अब चरणबद्ध तरीके से ढील दी जा रही है। इसी के मद्देनजर एम्स निदेशक ने अगले दो महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जाहिर की है।
लापरवाही देखी जा रही, फिर से जुटने लगी है भीड़
डॉ. गुलेरिया ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, ‘हमने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है और फिर से कोरोना नियमों का पालन करने में लापरवाही देखी जा रही है। ऐसा लगता है जैसे पहली और दूसरी लहर में जो कुछ हुआ, हमने उससे कुछ सीखा नहीं। फिर से भीड़ जमा हो रही है। लोग इकट्ठे हो रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के आंकड़े बढ़ने में समय लगेगा, लेकिन अगले छह से आठ हफ्तों में केस बढ़ने लगेंगे..या कुछ और देर से। यह सब निर्भर करता है कि हम कैसे कोरोना नियमों का पालन कर रहे हैं और भीड़ इकट्ठा होने से रोक रहे हैं।’
दुनियाभर में अब तक 40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत
गौरतलब है कि लगभग डेढ़ वर्ष से व्याप्त इस जानलेवा महामारी ने दुनियाभर में अब तक 40 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। इसमें 50 फीसदी हिस्सेदारी भारत, अमेरिका, ब्राजील, रूस और मेक्सिको की है।
भारत में अब भी प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे
भारत में बेशक, संक्रमण की दर में काफी कमी आई है और अब लगभग सवा सात लाख एक्टिव केस हैं। फिर भी प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। वहीं, 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की लगभग साढ़े 27.66 करोड़ खुराकें दी गई हैं जबकि देश में महामारी की शुरुआत से अब तक 39 करोड़ से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है।