लखनऊ, 18 जुलाई। उत्तर प्रदेश में भले ही कोविड-19 के मामलों में काफी कमी आ चुकी है, लेकिन कुछ अन्य राज्यों में नए संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और देश में कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका भी बलवती हो रही है। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश में दाखिल होने वाले लोगों के लिए खास दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत अब अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को यूपी में प्रवेश करने से पहले आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक में दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ये खास निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट तीन प्रतिशत से ज्यादा है, वहां से यूपी में प्रवेश करने वाले लोगों को अपने साथ कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही उत्तर प्रदेश में प्रवेश मिल पाएगा।
4 दिन से ज्यादा पुरानी रिपोर्ट नहीं होगी मान्य
योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों की ओर से लाई गई कोरोना रिपोर्ट चार दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए, अन्यथा वह मान्य नहीं होगी। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि बीते दिनों कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज का लाभ ले चुके यात्रियों को यूपी में दाखिल होने के दौरान छूट दी जा सकेगी।
सभी प्रकार के साधनों पर लागू होगा नियम
सीएम योगी ने यह कहा कि कोरोना से बचाव के लिए जारी हुए निर्देशों को सभी प्रकार के साधनों पर लागू किया जाएगा। सड़क मार्ग, रेलवे मार्ग और वायु मार्ग से यूपी में दाखिल होने वाले सभी यात्रियों पर यह नियम लागू होगा। उन्होंने कहा कि कोविड के अधिक पॉजिटिविटी दर वाले राज्यों से यूपी आने वाले यात्रियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी कराई जाएगी।
उत्तर प्रदेश में अब 1,300 से कम एक्टिव केस
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अब 1,300 से भी कम एक्टिव केस रह गए हैं। शनिवार तक सिर्फ दो जिलों – राजधानी लखनऊ और कुशीनगर में 100 से ज्यादा मरीज इलाजरत थे और प्रयागराज व मैनपुरी में इनकी संख्या 50 से ऊपर थी। वाराणसी सहित राज्य के अन्य 71 जिलों में सक्रिय मामलों की संख्या 50 से नीचे चली गई है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से नए संक्रमितों की दैनिक संख्या 100 से कम है और स्वस्थ होने की संख्या 100 से ऊपर। मृतकों का दैनिक आंकड़ा भी 10 से नीचे ही दर्ज किया जा रहा है।