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किसान सम्मान निधि की नौवीं किस्त जारी, पीएम मोदी बोले – कृषि नीतियों में छोटे किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता

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नई दिल्ली, 9 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की नौवीं किस्त जारी की। इसके तहत लगभग 9.75 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों के बैंक खातों में 19,509 करोड़ रुपये से अधिक राशि भेजी गई। पीएम मोदी ने इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया और कुछ किसान लाभार्थियों से बातचीत भी की।

9.75 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 19,500 करोड़ रु. की राशि ट्रांसफर

पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लगभग 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 19,500 करोड़ रुपये से भी अधिक की रकम ट्रांसफर की गई है। ये राशि छोटे किसानों के बहुत काम आएगी। आज कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड का भी एक वर्ष पूरा हो गया है। इसके माध्यम से हजारों किसान संगठनों को मदद मिल रही है।

कोरोना काल में ही 2 करोड़ से ज्यादा किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब देश की कृषि नीतियों में इन छोटे किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। बीते सालों में छोटे किसानों को सुविधा और सुरक्षा देने का एक गंभीर प्रयास किया जा रहा है। कोरोना काल में ही दो करोड़ से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं, जिसमें से अधिकतर छोटे किसानों के लिए हैं। कल्पना कीजिए कि ये मदद अगर किसानों को न मिलती तो 100 वर्ष की इस सबसे बड़ी आपदा में उनकी क्या स्थिति होती।

उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड हो या 10,000 किसान उत्पादक संघों का निर्माण, कोशिश यही है कि छोटे किसानों की ताकत को बढ़ाया जाए। छोटे किसानों की बाजारों तक पहुंच भी अधिक हो और बाजारों में मोलभाव करने की उनकी क्षमता भी अधिक हो।

उन्होंने कहा कि सरकार ने खरीफ हो या रबी सीजन, किसानों से एमएसपी पर अब तक की सबसे बड़ी खरीद की है। इससे, धान किसानों के खाते में लगभग 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये और गेहूं किसानों के खाते में लगभग 85 हजार करोड़ रुपए डायरेक्ट पहुंचे हैं।

इस वर्ष 700 करोड़ रुपये के शहद का निर्यात

पीएम मोदी ने कहा, ‘सरकार किसानों को अतिरिक्त आय के साधन देने के लिए, नई-नई फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मिशन हनी बी ऐसा ही एक अभियान है। इसके चलते बीते साल हमने 700 करोड़ रुपये के शहद का एक्सपोर्ट किया है। इसी क्रम में सरकार ने फैसला लिया है कि जम्मू-कश्मीर का केसर देशभर में नाफेड की दुकानों पर उपलब्ध होगा। इससे केसर की खेती को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।’

कृषि निर्यात के मामले में भारत पहली बार दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज भारत कृषि निर्यात के मामले में पहली बार दुनिया के टॉप-10 देशों में पहुंचा है। आज जब भारत की पहचान एक बड़े कृषि निर्यातक देश की बन रही है, तब हम खाद्य तेल की अपनी जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर रहें, ये उचित नहीं है।’

उन्होंने कहा कि बीते छह साल में देश में दाल के उत्पादन में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। खाने के तेल से जुड़े इकोसिस्टम पर 11, 000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उत्तम बीज से लेकर टेक्नोलॉजी तक हर सुविधा मिले।

‘हमें तय करना है कि अगले 25 वर्षों में हम भारत को कहां देखना चाहते हैं’
पीएम मोदी ने कहा, ‘इस बार देश अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। ये महत्वपूर्ण पड़ाव हमारे लिए गौरव का तो है ही, ये नए संकल्पों, नए लक्ष्यों का भी अवसर है। इस अवसर पर हमें तय करना है कि आने वाले 25 वर्षों में हम भारत को कहां देखना चाहते हैं, जब देश आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। इसलिए ये समय भारत की कृषि को एक ऐसी दिशा देने का है, जो नई चुनौतियों का सामना कर सके और नए अवसरों का लाभ उठा सके।’

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