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उमर अब्दुल्ला बोले – पीएम मोदी से एजेंडे के बाहर कोई बात नहीं की गई, अनुच्छेद 370 की बहाली तक पीछे नहीं हटेंगे

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श्रीनगर, 26 जून। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के गुपकार गठबंधन के एजेंडे के बाहर कोई बात नहीं की गई। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि राज्य में अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली के अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।

उमर ने शनिवार को यहां कहा, ‘हमें वहां अलायंस के तौर पर नहीं बुलाया गया था। अगर बुलाया गया होता तो अलायंस की तरफ से एक नेता को ही बुलाया गया होता। वहां पार्टियों को दावत दी गई। गुपकार अलायंस के सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में हमने कोई ऐसी बात नहीं की, जो अलायंस के एजेंडे के बाहर हो।’

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘वहां किसी ने प्रधानमंत्री से नहीं कहा कि हम पांच अगस्त कबूल करते हैं। हमने कहा कि हम इससे नाराज हैं। सिर्फ महबूबा मुफ्ती ही नहीं वरन् डॉ. फारूख अब्दुल्ला (उमर अब्दुल्ला के पिता) ने भी पीएम से साफ कहा कि भाजपा को अनुच्छेद 370 हटाने का एजेंडा कामयाब कराने में 70 साल लगे। हमें 70 हफ्ते या 70 महीने अथवा उससे भी ज्यादा समय लगेगा तो भी हम अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।’

पहले राज्य का दर्जा लौटाएं, फिर हम चुनाव पर बात करेंगे

उमर ने कहा, ‘गुलाम नबी आजाद ने हम सबकी तरफ से वहां बात की और कहा कि हम ये टाइमलाइन नहीं मानते हैं। डिलिमिटेशेन, चुनाव और राज्य का दर्जा नहीं। पहले डिलिमिटेशन, फिर राज्य का दर्जा, फिर चुनाव। चुनाव कराना ही है तो पहले राज्य का दर्जा लौटा दीजिए। उसके बाद हम चुनाव पर बात करेंगे।’

महबूबा की घोषणा – विशेष दर्जा की बहाली तक नहीं लड़ूंगी चुनाव

इससे पहले पीपल्स डेमोक्रिटक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह खुद तब तक कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी, जब तक कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता। केंद्रीय नेतृत्व को यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए कि कश्मीर के लोगों के साथ ‘दिल की दूरी’ समाप्त हो। केंद्र को ‘दमन और उत्पीड़न के युग’ को समाप्त करना होगा।

पीडीपी प्रमुख महबूबा ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा निरस्त करने के लिए पांच अगस्त, 2019 को पारित किए गए आदेशों को हटाने पर जोर देते हुए कहा, ‘मैंने कई बार स्पष्ट किया है कि मैं केंद्रशासित प्रदेश के तहत कोई चुनाव नहीं लड़ूंगी। लेकिन साथ ही मेरी पार्टी इस तथ्य से भी अवगत है कि हम किसी को राजनीतिक स्थान नहीं लेने देंगे। हमने पिछले साल जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ा था। इसी तरह अगर विधानसभा चुनाव की घोषणा होती है तो पार्टी बैठकर चर्चा करेगी।’

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