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उत्तर प्रदेश : मुख्तार अंसारी की सुरक्षा बढ़ाने का आदेश, बांधा जेल में बंद विधायक ने जताई हत्या की आशंका

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बाराबंकी (उत्तर प्रदेश), 18 अगस्त। बाराबंकी स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का जेल प्रशासन को आदेश दिया है। बांदा जेल में बंद मऊ के विधायक अंसारी ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उनके आग्रह पर ही कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश देते हुए कहा कि उन्हें जेल के अंदर पर्याप्त सुरक्षा दी जाए और इसमें कोई ढील या लापरवाही न बरती जाए।

हत्या के लिए कैदियों को 5 करोड़ की सुपारी दिए जाने का आरोप

वस्तुतः मुख्तार अंसारी बुधवार को एंबुलेंस मामले में सुनवाई के लिए एमपी-एमएलए स्पेशल स्पेशल कोर्ट में पेश हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपनी हत्या होने की आशंका जताई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि जेल के कैदियों को उनकी हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये की सुपारी दी जा रही है।

मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने कोर्ट से उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने बताया कि मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए कैदियों को सुपारी दी गई है और कहा गया है कि जो भी उनकी हत्या करेगा, उसके घर 5 करोड़ रुपये पहुंचा दिए जाएंगे। साथ ही उस पर दर्ज सारे केस भी खत्म कर दिए जाएंगे। इसके बाद ही कोर्ट ने जेल प्रशासन को मुख्तार की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि पंजाब की जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी ने जिस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया था, उसका मुकदमा बाराबंकी नगर कोतवाली में दर्ज हुआ था। इस मामले में मऊ की अस्पताल संचालिका डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय, मोहम्मद सैयद मुजाहिद, राजनाथ यादव, आनंद यादव, शाहिद, सुरेंद्र शर्मा और अफरोज सहित एंबुलेंस ड्राइवर सलीम को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं। इस मामले में अब भी दो लोग फरार हैं। पुलिस ने उन पर ईनाम भी घोषित कर रखा है।

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