नई दिल्ली, 7 जुलाई। आखिरकारइंतजार की घड़ियां खत्म हुईं और बुधवार की शाम राष्ट्रपति भवन में आयोजित एकसमारोह में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। मंत्रिमंडलमें फेरबदल और विस्तार के तहत पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर नौकरशाह तक कुल 43 मंत्रियोंने शपथ ली। इनमें 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री शामिल हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में चुनावी राज्यों को ज्यादा तरजीहदेखा जाए तो मोदी कैबिनेट के विस्तार में अगले वर्षप्रस्तावित विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों कोज्यादा तरजीह दी गई है। इस क्रम में यूपी से सबसे ज्यादा सात नेताओं को कैबिनेटमें जगह दी गई है। वहीं असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे, कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में आएज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह दी गई है जबकि सहयोगी दलों से जेडीयू अध्यक्ष आरसीपीसिंह, अपना दल कीअनुप्रिया पटेल, एलजेपी केबागी धड़े से पशुपति कुमार पारस को भी नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
मंत्रिमंडल में शामिल प्रमुख चेहरों पर एक नजर -नारायण राणे : महाराष्ट्र के पूर्वमुख्यमंत्री नारायण राणे को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। शिवसेना से राजनीतिक सफरशुरू करने वाले राणे बाद में कांग्रेस में शामिल हुए थे। फिर उनका मन भर गया औरअलग पार्टी बना ली। अक्टूबर 2019 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। संप्रति वह भाजपा कोटे से राज्यसभा सांसद हैं।सर्वानंद सोनोवाल : असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवालकी मोदी कैबिनेट में वापसी हुई है। वह 2014 से 2016 के बीच खेल और युवा मामलों कामंत्रालय देखते थे। 2016 में उन्हें असम में भाजपा का पहला मुख्यमंत्री बनायागया।
2011 में भाजपा के सदस्य बने सोनोवाल को अगले वर्ष असम बीजेपी की कमान सौंपदी गई। इस वर्ष वह माजुली से विधानसभा चुनाव जीते, लेकिन उन्होंने हिमंता बिस्वसरमा के लिए सीएम पद छोड़ दिया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया : मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यह कहने में झिझक नहीं कि पिछले वर्ष मार्च तक कांग्रेस के साथ रहे सिंधिया को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार की वापसी कराने का पुरस्कार दिया गया है। उनके पास मनमोहन सिंह-2 सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहने का अनुभव है। सिंधिया गुना सीट से लोकसभा सांसद भीरहे हैं। ग्वालियर चंबल-अंचल में सिंधिया का दबदबा रहा है।
अनुराग ठाकुर : हिमाचल प्रदेश के महीरपुर से सांसद और वित्तराज्यमंत्री अनुराग ठाकुर को कैबिनेट विस्तार में प्रमोशन मिला है। उन्हें कैबिनेटमंत्री बनाया गया है। अनुराग हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम धूमल सिंह बेटे हैं। वह बीसीसीआई अध्यक्ष भी रह चुके हैं।जी.
किशन रेड्डी : तेलंगाना से भाजपासांसद जी. किशन रेड्डी का भी कद बढ़ाया गया है। उन्हें राज्य मंत्री से कैबिनेटमंत्री का दर्जा दिया गया है।
रामचंद्र प्रसाद सिंह : आरसीपी सिंह फिलहालजनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गयाहै। वह 2010 से राज्यसभा में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यूपी कैडर केआईएएस रहे सिंह को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है।
पशुपति कुमार पारस : पशुपति कुमार पारस कानाम पिछले दिनों खूब चर्चा में रहा है। भाई रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान से पशुपति कुमार की नहीं बन रही। बागी होकर अलग गुट बनाने वाले एलजेपी सांसद पशुपति को केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पारसहाजीपुर सीट से सांसद हैं।
भूपेंद्र यादव : पीएम मोदी ने संगठन के माहिर खिलाड़ी भूपेंद्र यादव पर भी भरोसा जताते हुए उन्हें कैबनेट मंत्री बनाया। भाजपा के भीतरअपने सांगठनिक और चुनावी कौशल के लिए मशहूर भूपेंद्र यादव राजस्थान से आते हैं। वह 2012 से राज्यसभा सांसद हैं। पार्टी में महासचिव की भूमिका निभाने वाले भूपेंद्र यादव को संसद की सिलेक्ट कमिटीज का एक्सपर्ट माना जाता है। वह राजस्थान, गुजरात, झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावोंमें भाजपा के बेहतर प्रदर्शन के रणनीतिकार समझे जाते हैं।
हरदीप पुरी : आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाल रहे हरदीप पुरी को भी प्रमोशन मिला। हरदीप पुरी भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी के रूप में कई देशों में राजनयिककी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
किरण रिजिजू : किरण रिजिजू अरुणाचलवेस्ट सीट से सांसद हैं। मोदी सरकार 2.0 में वह खेल एवं युवा मामलों केराज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अब उन्हों प्रमोट करकते कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
पुरुषोत्तम रूपाला : गुजरात से राज्यसभा सांसद रहे पुरुषोत्तमरूपाला को भी प्रमोशन मिला है। कृषि राज्य मंत्री से प्रमोट कर उन्हें कैबिनेटमंत्री का दर्जा दिया गया।
आर.के. सिंह : मोदी सरकार में ऊर्जा मंत्रालय का स्वतंत्रप्रभार संभाल रहे आर.के. सिंह का भी कद बढ़ाया गया है। उन्होंने कैबिनेटमंत्री के रूप में शपथ ली। आरके सिंह वरिष्ठ नौकरशाह और केंद्रीय गृह सचिव रह चुकेहैं।
अनुप्रिया पटेल : सोनोवाल की तरह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल भी पहले केंद्र में मंत्री रह चुकी हैं। वह 2016 से 2019 तक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री थीं। सोनेलाल पटेल के निधन के बाद ‘अपना दल’ की कमान अनुप्रिया के हाथ में ही है।
मीनाक्षी लेखी : मीनाक्षी लेखी लाइमलाइट में रहने वाली नईदिल्ली लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह संसद की कई अहम समितियों की सदस्य हैं।सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वालीं लेखी को पार्टी के भीतर नरेंद्र मोदी का पक्कासमर्थक माना जाता है। वह सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रही हैं।
शोभा करंदलजे : उडुपी-चिकमगलूरसे लोकसभा सांसद शोभा करंदलाजे फिलहाल कर्नाटक भाजपा की उपाध्यक्ष हैं। वह राज्यसरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं। सीएम बीएस येदियुरप्पा की करीबी समझीजाने वाली शोभा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रही हैं। उन्होंने2019 के चुनाव में 7 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीता था।
अजय भट्ट : नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से सांसद अजय भट्ट राज्य में पार्टी के मुखिया भी हैं। वह विधानसभामें नेता विपक्ष भी रह चुके हैं। भट्ट उत्तराखंड में भाजपा के सबसे सीनियर नेताओंमें से एक हैं। राज्य सरकार में कई मंत्रालयों का अनुभव उनके पास है।
शांतनु ठाकुर : समझा जाता हैकि पश्चिम बंगाल के बोंगांव से पहली बार लोकसभा पहुंचे शांतनु ठाकुर कोबीते विधानसभा चुनाव में मतुआ वोट बैंक को भाजपा के पाले में लाने का ईनाम मिलाहै।
राजीव चंद्रशेखर : कर्नाटक से भाजपाके राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। वे संसदकी कई स्टैंडिंग कमिटियों में रह चुके हैं।निशिथ प्रमाणिक मोदी सरकार के सबसे कम उम्र मंत्रीइस बीच निशिथ प्रमाणिक मोदी सरकार में सबसे कम उम्र केमंत्री बताए जा रहे हैं। 35 वर्षीय प्रमाणिक पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से भाजपा सांसदहैं। प्रामाणिक पहले तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा थे। फिर उन्होंने भाजपा का दामनथाम लिया।
मनसुख मांडविया : राज्यसभा सांसद और राज्यमंत्री मनसुख मांडविया को भी प्रमोशन मिला है। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मांडविया को अब कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
महेंद्रभाई मुंजपाड़ा : गुजरात केसूरत से सांसद महेंद्रभाई मुंजपाड़ा ने भी केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली है।
एल. मुरुगन : तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष एल. मुरुगन को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। मुरुगन फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्हें कर्नाटक के राज्यपाल बने थावरचंद गहलोत की सीटसे राज्यसभा भेजा जा सकता है। इनके अलावा ओडिशा के मयूरभंज से बीजेपी सांसद वीरेश्वरटुडू, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार, पश्चिम बंगाल के बांकुराके लोकसभा सांसद सुभाष सरकार, मणिपुर इनर से बीजेपी सांसद राजकुमार सिंह, त्रिपुरावेस्ट से लोकसभा सांसद प्रतिमा भौमिक, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से बीजेपी सांसदपंकज चौधरी को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।