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कोरोना संकट : देश के 46 जिलों में 10% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट, केंद्र सरकार ने दिए सख्ती के निर्देश

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नई दिल्ली, 1 अगस्त। केरल व कर्नाटक और पूर्वोत्तर सहित देश के 10 राज्यों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पांचवें दिन जहां 40 हजार से ज्यादा नए संक्रमित पाए गए एक्टिव केस में भी लगातार पांचवें दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई। इनमें केरल सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां अकेले देश के कुल नए संक्रमितों के लगभग 50 फीसदी केस सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि पांच दिनों के भीतर देश में इलाजरत मरीजों की संख्या बढ़कर फिर 4.10 लाख से ज्यादा हो चुकी है, जो गत 26 जुलाई को चार लाख से नीचे 3.98 लाख रह गई थी।

कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में मची तबाही को देखते हुए ही केंद्र सरकार सतर्क है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से उन सभी जिलों में सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है, जहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट (सकारात्मकता दर) 10 फीसदी से अधिक है।

53 जिलों में सकारात्मकता दर 5-10 प्रतिशत के बीच

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बढ़ते कोरोना मामलों के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि 46 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट दिखाई दे रहा है जबकि अन्य 53 जिलों में सकारात्मकता दर 5-10 प्रतिशत के बीच है।

डॉ. भार्गव ने कहा कि जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 पर्सेंट से ज्यादा है, वहां स्थानीय प्रशासन को लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगानी होगी। साथ ही लोगों की भीड़ एवं जमावड़े पर प्रतिबंध लगाना होगा। अगर ऐसे जिलों में जरा भी लापरवाही हुई तो हालात बेकाबू हो सकते हैं।

देश के 5 राज्यों से 80.36 फीसदी नए केस

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान देश में कुल 41,831 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और इनमें 80.36 फीसदी केस पांच राज्यों से सामने आए हैं। इनमें अकेले केरल से 49.3% केस (20,624) जुड़े। उसके पीछे महाराष्ट्र (6,959), आंध्र प्रदेश (2,058), कर्नाटक (1,987) व तमिलनाडु (1,986) रहे। भारत में कोरोना रिकवरी की मौजूदा राष्ट्रीय दर 97.36% है जबकि एक्टिव रेट पिछले चार दिनों में 0.03 फीसदी बढ़कर फिर 1.30% हो गया है।

मंत्रालय के अनुसार जिन 10 राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, उनमें केरल के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर शामिल हैं।