नई दिल्ली, 23 जुलाई। पेगासस जासूसी कांड व कोरोना त्रासदी सहित अन्य मुद्दों को लेकर शुरुआती चार दिनों में अधिकतर समय हंगामे की भेंट चढ़ चुके संसद के मॉनसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोनारोधी वैक्सीन पर अब तक 9725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके साथ ही सरकार का यह भी कहना है कि इस वर्ष दिसंबर तक 18 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण पूरा कर लिया जाएगा।
दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जवाब दिया गया है, जिन्होंने सत्र के दौरान ने 18 प्लस के वैक्सिनेशन और अब तक हुए खर्च का ब्यौरा मांगा था।
दिसंबर तक पूरा हो जाएगा 18 प्लस का टीकाकरण
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार की ओर से दिए गए जवाब में कहा गया कि टीकाकरण एक सतत और व्यापक प्रक्रिया है। अगस्त, 2021 से दिसंबर, 2021 के बीच वैक्सीन की कुल 135 करोड़ डोज उपलब्ध होने का अनुमान है और 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण दिसंबर 2021 तक पूरा हो जाएगा।
डॉ. पवार ने अपने जवाब में यह भी कहा कि स्वदेशी वैक्सीन बनाने वाली कम्पनियों के साथ खरीद में कोई देरी नहीं हुई है। कम्पनियों को दिए गए आपूर्ति आदेशों के लिए अग्रिम भुगतान भी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन और वैक्सिनेशन ड्राइव पर अब तक 9725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को मोदी सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की की जानकारी राज्यों ने नहीं दी है। सरकार के इस जवाब पर जमकर हंगामा मचा था। डॉ. प्रवीण पवार के इस जवाब के बाद उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव तक लाने की कवायद छिड़ गई थी।