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अयोध्या का ऐसा विकास हो कि हर किसी की कम से कम एक बार वहां जाने की इच्छा जरूर हो : पीएम मोदी

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नई दिल्ली, 26 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या को इस तरह विकसित किया जाए कि हर किसी को अपने जीवन में कम से कम एक बार वहां जाने की इच्छा महसूस हो। शनिवार को अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने ये विचार व्यक्त किए।

यूपी सरकार ने पीएम के सामने रखा विजन डॉक्यूमेंट

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लगभग डेढ़ घंटे तक चली बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पीएम के सामने अयोध्या के विकास कार्यों का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया गया, जिस पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पीएम मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास से जुड़े।
योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री – केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा सहित अन्य कई मंत्रियों के अलावा राज्य के कई आला अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ स्थित सीएम हाउस से ही इस बैठक में शामिल हुए।

बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह के अलावा अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी, पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव, नगर विकास के अपर मुख्य सचिव समेत कई विभागों के अधिकारी भी जुड़े थे।

हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा है अयोध्या शहर
सूत्रों ने बताया कि मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘अयोध्या एक ऐसा शहर है, जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा है, इसलिए इसमें परंपराओं की झलक दिखनी चाहि। अयोध्या आध्यात्मिक शहर है, इसलिए इसका भविष्य का बुनियादी ढांचा ऐसा होना चाहिए, जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के साथ-साथ सभी के लिए फायदेमंद है।’

अयोध्या के विकास कार्यों में जन भागीदारी होनी चाहिए
पीएम मोदी ने कहा, ‘अयोध्या का विकास इस तरह से होना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी को अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या आने की इच्छा महसूस हो।’ उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों में जन भागीदारी होनी चाहिए, खासतौर से युवाओं की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि शहर के विकास में युवाओं के कौशल का लाभ उठाया जाना चाहिए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आवास विकास के प्रमुख सचिव की ओर से अयोध्या को लेकर विजन डॉक्यूमेंट पेश किया गया। इसमें बताया गया कि अब तक कितने विकास कार्य पूरे हो चुके हैं और भविष्य में क्या काम होने जा रहा है। बैठक में अयोध्या के सौंदर्यीकरण पर भी विस्तार से बात हुई। साथ ही अयोध्या में बनने जा रही भगवान राम की मूर्ति को लेकर भी चर्चा होने की बात सामने आ रही है।

100 वर्षों की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है अयोध्या के विकास का खाका
समझा जाता है कि अयोध्या के विकास का जो खाका तैयार किया गया है, वह अगले 100 वर्षों की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। हालांकि पीएम मोदी ने अगले 30 वर्षों का ही प्लान ही देखा। वस्तुतः अयोध्या के लिए विकास प्राधिकरण ने 20 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट तैयार किए हैं। इन्हीं परियोजनाओं पर पीएम मोदी ने चर्चा की। बताया जा रहा है कि पीएम ने इन प्रोजेक्ट के डिजिटल मॉडलों को भी देखा।

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