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राहुल गांधी बोले – कांग्रेस को निडर लोगों की जरूरत, पार्टी छोड़कर जाने वाले आरएसएस के आदमी

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नई दिल्ली, 16 जुलाई। ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद सरीखे कद्दावर नेताओं के हटने एवं पंजाब सहित कुछ राज्यों में पार्टी के अंदर मचे घमासान के बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक अटपटा बयान देते हुए कहा है कि पार्टी को ऐसे कमजोर लोगों की जरूरत नहीं है, जो भाजपा और आरएसएस से डरते हों। ऐसे लोगों को पार्टी छोड़ कर चले जाना चाहिए।

राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी के सोशल मीडिया इकाई की बैठक में साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस को निडर लोगों की जरूरत हैं। ऐसे लोगों को पार्टी में शामिल किया जाना चाहिए। कांग्रेस छोड़कर जाने वाले आरएसएस के आदमी हैं। राहुल का यह बयान ऐसे समय आया है, जब कांग्रेस संगठन में जल्द बदलाव की अटकलें चल रही हैं।
आरएसएस की विचारधारा में यकीन रखने वालों की जरूरत नहीं

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘ऐसे बहुत से लोग हैं, जो निडर हैं, लेकिन कांग्रेस में नहीं हैं। उन्हें पार्टी में लाया जाना चाहिए और जो कांग्रेसी डरते हैं (भाजपा से), उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। हमें ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है, जो आरएसएस की विचारधारा में यकीन रखते हैं। हमें निडर लोगों की जरूरत है।’
‘जो हमारे यहां डर रहे, उनको बाहर निकालो…चलो भैया जाओ’

राहुल गांधी ने कहा, ‘बहुत सारे लोग हैं, जो डर नहीं रहे हैं…कांग्रेस के बाहर हैं..उनको अंदर लाओ और जो हमारे यहां डर रहे हैं, उनको बाहर निकालो…चलो भैया जाओ। आरएसएस के हो, जाओ भागो, मजे लो। नहीं चाहिए, जरूरत नहीं है तुम्हारी। हमें निडर लोग चाहिए। यह हमारी आइडियोलॉजी है।’

सिंधिया और जितिन प्रसाद सरीखे नेताओं पर निशाना

राहुल गांधी के इस बयान के निशाने पर निश्चित रूप से ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद जैसे नेता हैं, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके अलावा यह कांग्रेस के उन नेताओं के लिए भी साफ संदेश है, जो बागी तेवर अपनाए हुए हैं। पार्टी में पहले से ही असंतुष्ट नेताओं का जी-23 समूह है और पंजाब में भी चुनाव से पहले पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया हाल में हुए मोदी मंत्रिपरिषद विस्तार में जगह पाए हैं। वह और जितिन प्रसाद दोनों को कभी राहुल गांधी के बेहद करीबी नेताओं में शुमार किया जाता था।

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