नई दिल्ली, 19 अगस्त। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश में मजबूत, सक्षम और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि दुनिया में बदलते भूराजनीतिक हालात की वजह से भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां न सिर्फ बढ़ गई हैं वरन जटिल भी हो गई हैं। उन्होंने गुरुवार को यहां ‘डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज 5.0’ के उद्घाटन के उपरांत अपने संबोधन में ये बातें कहीं।
राजनाथ सिंह ने ये बातें ऐसे वक्त पर कही हैं, जब अफगानिस्तान में इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान के कब्जे के बाद भारत सहित कई देशों की चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में अफगान संकट या तालिबान का जिक्र नहीं किया।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘आज पूरी दुनिया में सुरक्षा के हालात तेजी से बदल रहे हैं। इस वजह से, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां बढ़ रही हैं और जटिल हो रही हैं। वैश्विक भूराजनीतिक हालात में लगातार बदलाव आते रहते हैं।’
भारत को सक्षम और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग पर फोकस करना होगा
राजनाथ ने कहा कि सुरक्षा चुनौतियों में तेजी से बदलाव को ध्यान में रखते हुए भारत को मजूबत, सक्षम और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग पर फोकस करना होगा ताकि सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा, ‘यह आवश्यक है कि हम न सिर्फ मजबूत, आधुनिक और अच्छी तरह से सुसज्जित बल तैयार करें बल्कि अपना रक्षा उद्योग भी विकसित करना होगा, जो मजबूत, सक्षम और सबसे बढ़कर पूरी तरह आत्मनिर्भर हो।’
रक्षा सेक्टर में निवेश के लिए निजी क्षेत्र को दिया आमंत्रण
रक्षामंत्री ने इस सेक्टर में निजी क्षेत्र को भी निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, ‘जब-जब टेक्नोलॉजी की बात होती है, मेरे दिमाग में अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे उन्नत देश घूमने लगते हैं। मुझे बतलाया गया है कि ये उन्नत देश अपनी टेक्नोलॉजी के दम पर आगे बढे हैं। मैं सरकार की ओर से सभी संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए, निजी क्षेत्र का आह्वान करता हूं कि आप लोग आगे आएं, और एक सशक्त और आत्मनिर्भर रक्षा क्षेत्र के निमार्ण में अपना योगदान दें।’