श्रीनगर, 18 अगस्त। केंद्र सरकार की ओर से बार-बार यह कहा जाता रहा है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में आतंकी गतिविधियों में काफी कमी आई है और सुरक्षा बल लगातार आतंकवादियों के सफाए में लगे हुए हैं। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि पिछले दो वर्षों में आतंकियों के निशाने पर सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और कार्यकर्ता ही हैं। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लगभग दो वर्षों में राज्य में आतंकी कुल 23 भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या कर चुके हैं।
अकेले कुलगाम में 9 नेता हुए आंतकियों के शिकार
भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि बीते दो वर्षों में 23 कार्यकर्ताओं को आतंकियों ने मार डाला है। वहीं अकेले कुलगाम जिले में बीते एक वर्ष के भीतर नौ नेताओं की आतंकी हमलों में मौत हो गई है। इनमें से कुछ पार्टी के बड़े नेता भी हैं, जिनका व्यापक जनाधार था।
देखा जाए तो बीजेपी नेताओं को आतंकी लगातार निशाना बना रहे हैं, जिसकी वजह से अब लोगों में दहशत पैदा हो रही है। ताजा घटनाक्रम में मंगलवार की शाम आतंकियों ने जावेद अहमद डार की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी। जावेद कुलगाम के ब्राजलू जागीर इलाके में रहते थे।
कश्मीर घाटी में 100 से ज्यादा भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं को मिली है सुरक्षा
पुलिस सूत्रों की मानें तो 100 से ज्यादा भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को कश्मीर घाटी में राज्य पुलिस ने सुरक्षा दी है। इनमें पार्टी के पदाधिकारी और पहले पायदान के नेता शामिल हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता सुरक्षा से वंचित हैं और आतंकी उन्हें लगातार निशाना बना रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पुलिस का यह भी कहना है कि सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं को सुरक्षित करना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है, चाहे वह भाजपा से हों या किसी अन्य पार्टी से। ऐसी स्थिति में कार्यकर्ताओं को राजनीति में बनाए रखने के लिए उनकी सुरक्षा के वैकल्पिक उपायों के बारे में अधिकारियों को सोचना होगा अन्यथा लगातार हो रहे आतंकी हमलों से किसी भी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं का हौसला पस्त हो सकता है।
आतंकी हताश होकर निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे : भाजपा
इस बीच भाजपा ने कार्यकर्ताओं की लगातार हत्या पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। जावेद डार की हत्या की निंदा करते हुए बीजेपी प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि आतंकवादी हताश होकर निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं। निहत्थे लोगों की हत्या से आतंकियों को कुछ हासिल नहीं होगा। उन्होंने आतंकी हमले को बर्बर और कायरतापूर्ण कृत्य करार देते हुए उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील भी की है।