लखनऊ, 4 अक्टूबर। लखीमपुर की घटना के बाद उत्तर प्रदेश में आये सियासी उबाल के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिंसाग्रस्त जिले जाने से रोक दिया गया तो वे लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद उनको हिरासत में लिया गया। इससे पहले प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था। इस बीच गौतमपल्ली थाने के पास कुछ अराजक तत्वों ने एक पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया।
बता दें कि पार्टी महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और सैकड़ों समर्थकों के साथ धरने पर बैठे अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर में निर्दोष किसानो की हत्या के लिये केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र और सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य जिम्मेदार है, इसलिये उन्हे तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिये। उन्होने मृतक किसानों के परिजनों को दो करोड़ रूपये मुआवजा देने की भी मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर की घटना सरकार की अतिवादिता की पराकाष्ठा है। संभवत: विश्व के सबसे क्रूर तानाशाह हिटलर के शासनकाल में ऐसा चेहरा सामने नहीं आया था।