नई दिल्ली, 6 दिसम्बर। नगालैंड में 14 नागरिकों और सेना के एक जवान की मौत का मामला गर्माता जा रहा है। इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर सवाल उठा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह आज दोनों सदनों में नगालैंड फायरिंग पर बयान देंगे। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और आरजेडी के सांसद मनोज झा ने संसद में चर्चा की मांग की है। नगालैंड में एक जवान समेत 15 लोगों की मौत हो गई है। सेना और राज्य सरकार इस मामले की जांच कर रही हैं।
सरकार ने 5 लाख के मुआवजे का किया एलान
नगालैंड सरकार ने मोन जिले में सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में मारे गए 14 लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। जबकि घायल लोगों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री नेफियू रियो आज जिले का दौरा करेंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्तर के एक अधिकारी की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का भी फैसला किया है।
बता दें कि नगालैंड के मोन जिले में कथित सैन्य गोलीबारी की घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज राज्य का दौरा करेगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने नगालैंड में हुई घटना की गहन जांच की मांग की है। टीएमसी ने एक बयान में कहा, ‘सभी को सूचित किया जाता है कि तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नगालैंड का दौरा करेगा और मोन के ओटिंग में हुई दिल दहला देने वाली घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करेगा।’ प्रतिनिधिमंडल में चार सांसद- प्रसून बनर्जी, सुष्मिता देव, अपरूपा पोद्दार और शांतनु सेन- और पार्टी प्रवक्ता बिस्वजीत देव शामिल रहेंगे।