लखनऊ, 5 दिसम्बर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के अभ्यर्थियों पर लखनऊ में पुलिस लाठीचार्ज की निंदा करते हुये सरकार से आंदोलनरत अभ्यर्थियों की जायज मांगों पर विचार कर कोई ठोस फैसला करने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा, “यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लंबित मामलों को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय है। सरकार इनकी जायज़ माँगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बसपा की यह माँग है।”
उल्लेखनीय है कि पिछले रविवार को टीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद शिक्षकों की सालों से लंबित भर्तियों को बहाल करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का समूह लखनऊ में शुक्रवार देर शाम केंडिल मार्च निकाल रहा था। तब ही पुलिस ने इन पर लाठीचार्ज कर इन्हें धरनास्थल छोड़ने के लिये विवश कर दिया।
बता दें कि बेसिक के 69 हजार शिक्षक भर्ती में 22 हजार रिक्त सीटों को जोड़कर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर पांच माह से यहां निशातगंज स्थित एससीईआरटी पर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को शनिवार शाम 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकालना भारी पड़ा। पुलिस ने इन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की और जब वे नहीं माने तो लोहिया पथ पर लाठियों से पीटकर खदेड़ा गया। इससे छह से अधिक अभ्यर्थियों को चोटें आईं हैं।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि वे अपनी मांगों को लेकर कई बार डालीबाग स्थित मंत्री आवास पर बेसिक शिक्षामंत्री से मिलने गए और उनसे मुलाकात न होने पर वहां भी प्रदर्शन व नारेबाजी की। इसी तरह इनका आंदोलन लगातार चल रहा है। इसी क्रम में शनिवार शाम अभ्यर्थियों ने कैंडल मार्च निकाला। इससे पहले शनिवार दोपहर अभ्यर्थियों ने हजरतगंज स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। वहां से पुलिस इन्हें ईको गार्डन छोड़ आई।