कानपुर, 26 दिसम्बर। कानपुर-कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर जीएसटी खुफिया और आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। पीयूष जैन के ठिकानों से अब तक 177 करोड़ कैश और भारी मात्रा में सोने चांदी के सिक्के और बिस्किट बरामद हुए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने छापेमारी में बरामद राशि की न तो आधिकारिक तौर पर पुष्टि की और न ही खंडन किया है।
पीयूष जैन ने रहस्यमयी ढंग से बनाए मकान
पीयूष जैन के एक बड़े परिसर में कुल चार मकान बने हैं। बेहद रहस्यमयी ढंग से बनाए गए इन मकानों में आने जाने के लिए कुल आठ दरवाज़े हैं। ये कोई भी मकान आपस में जुड़े नहीं हैं, इसलिए अधिकारियों को एक से दूसरे में जाने के लिए बाहर निकलना पड़ता है। यहां से अब तक क़रीब चार भरे हुए बोरे बरामद हुए हैं, जिनमें नोटों के होने की चर्चा है। वहीं बड़ी संख्या में सोने के सिक्के और बिस्किटों के मिलने की बात भी कही जा रही है।
एक समाचार एजेंसी की ओर से जारी की गई छापेमारी की कुछ तस्वीरों में कारोबारी पीयूष जैन के आवासीय परिसर में बड़ी-बड़ी अल्मारियों में नकदी के ढेर दिखाई दे रहे हैं। नाम उजागर न करने की शर्त पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कानपुर, गुजरात और मुंबई में कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि कर अधिकारियों ने शहर में पान मसाला और अन्य सुगंधित तंबाकू उत्पादों के ‘शिखर’ ब्रांड के निर्माण कारखाने पर भी छापा मारा।
बीजेपी-सपा के बीच वार-पलटवार
इन छापों के बाद बीजेपी और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी ने ट्वीट में कहा, ‘’सपाइयो… तुम्हारे पापों की दुर्गंध ‘भ्रष्टाचार के इत्र’ से नहीं जाएगी। 150 करोड़ रुपये से अधिक काला धन जब्त हुआ है। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होती है तो अखिलेश जी को ‘दर्द’ होना स्वाभाविक है, क्योंकि पूरा यूपी जानता है कि सपा मतलब भ्रष्टाचार।’’
बीजेपी के आरोपों का पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया है। अखिलेश ने लिखा, ‘’उप्र के माननीय सत्ताधारी कह रहे हैं कि जो सत्ता से दूर है उसके पास पैसे कहां से आये। इसका मतलब साफ है कि भाजपा मानती है कि सत्ता में रहने पर वो भ्रष्टाचार से पैसा कमाती है, वसूली से भी, ट्रांसफर-पोस्टिंग और बुलडोजर का डर दिखाकर भी, चंदे और बोरी की चोरी से भी। शर्मनाक बयान!’’