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राजनीति में परिवारवाद डा अंबेडकर के मूल्यों के मुताबिक अलोकतांत्रिक: योगी

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लखनऊ, 6 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान निर्माता डा भीमराव आम्बेडकर की 66 वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये राजनीति में परिवारवाद को बाबा साहब के मूल्यों के विरुद्ध बताया है। योगी ने यहां आंबेडकर सभा द्वारा आयोजित श्रृद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुये समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस को राजनीति में वंशवाद का जीवंत उदाहरण बताया।

डॉ आंबेडकर को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुये उन्होंने कहा, “बाबा साहेब के योगदान को याद करते हुए जानना होगा कि किसी राजनीतिक दल पर एक परिवार का कब्जा होना, अलोकतांत्रिक है। वंशानुगत रूप से किसी दल का अध्यक्ष बनना, लोकतंत्र के खिलाफ है। वंशवादी दलों की कार्यशैली भी लोकतांत्रिक नहीं हो सकती। सपा-बसपा-कांग्रेस तीनों इसके जीवंत उदाहरण हैं।”

उल्लेखनीय है कि 6 दिसंबर को हर साल डॉ अम्बेडकर की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाते हैं। योगी ने कहा कि किसी भी देश का संविधान उसके शासन संचालन की मार्गदर्शक पुस्तिका होती है। जो देश को व्यवस्थित मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि डा अंबेडकर ने भारत को ऐसे ही व्यवस्थित शासन तंत्र के सफल संचालन का मार्ग दिखाने वाले संविधान की रचना कर देश को आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया।

उन्होंने कांग्रेस का नाम लिये बिना उस पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुये कहा, “आपातकाल के समय कुछ लोगों ने संविधान का गला घोंटने का प्रयास किया था। उन लोगों ने लोकतंत्र को रौंदने का प्रयास किया था। उस वक्त देश ने एकजुट होकर उनका प्रतिकार किया।”

इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा, “महान विधिवेत्ता, सामाजिक न्याय के प्रबल पक्षधर, भारत के सर्वसमावेशी संविधान के शिल्पकार, ‘भारत रत्न’ बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। राष्ट्र निर्माण एवं समतामूलक समाज की स्थापना हेतु आपके कार्य सभी के लिए महान प्रेरणा हैं।”

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