लखनऊ, 14 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित बिटकॉइन घोटाले पर पर्दा डाले जाने के कांग्रेस के आरोपों को शनिवार को खारिज करते हुए कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। बेंगलुरु पुलिस ने भी इस मामले की जांच में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों को खारिज किया है। भाजपा की कर्नाटक इकाई के प्रवक्ता गणेश कार्णिक ने एक बयान में कहा कि किसी प्रकार का कोई घोटाला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इस घोटाले में किसी के शामिल होने का कोई भी सवाल एक विकृत कल्पना है। ’’
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों द्वारा शहर के एक हैकर श्रीकृष्ण उर्फ श्रीकी से नौ करोड़ रुपये के बिटकॉइन जब्त किए जाने के बाद ‘प्रभावशाली नेताओं’ की इस घोटाले में संलिप्तता सामने आई है। हैकर पर सरकारी पोर्टलों को हैक करने सहित कई अन्य आरोप भी हैं। कांग्रेस के इन्हीं आरोपो के जवाब में भाजपा नेता ने प्रतिक्रिया दी. गौरतलब है कि बिटकॉइन दुनिया की एक प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी (एक तरह की डिजिटल मुद्रा) है।
इस बीच, बेंगलुरु पुलिस ने एक बयान जारी के कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा ने ‘‘निष्पक्ष और पेशेवर तरीके’’ से इस मामले की जांच की है। पुलिस ने कहा, ‘‘यह दृढ़ता से कहा जाता है कि इस तरह के भ्रामक बयान अधूरे / विकृत तथ्यों के आधार पर जारी किए जा रहे हैं. ऐसे सभी बयानों का जोरदार खंडन किया जाता है।’’ उसने कहा, ‘‘हैकर श्रीकृष्ण के खातों से न तो कोई बिटकॉइन हस्तांतरित किया गया और ना ही कोई बिटकॉइन गायब हुआ।’’
पुलिस ने कहा कि यह सच्चाई है कि क्रिप्टोकरंसी की जांच के लिए बिटकॉइन खाता खोलना आवश्यक पाया गया था और आठ दिसंबर, 2020 को एक बिटकॉइन खाता खोलने के लिए सरकारी अनुमति ली गई। बिटकॉइन की पहचान और जब्ती की प्रक्रिया के दौरान, आरोपी श्रीकृष्ण ने एक बीटीसी वॉलेट दिखाया, जिसमें 31.8 बिटकॉइन थे। इसके अलावा, उक्त बिटकॉइन को पुलिस वॉलेट खाते में हस्तांतरित करने के लिए पासवर्ड का उपयोग करने के लिए अदालत से अनुमति ली गई थी, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से श्रीकृष्ण के खाते से कोई बिटकॉइन पुलिस के वॉलेट में स्थानांतरित नहीं हो सका। चुराए गए 14,682 बिटफिनेक्स बिटकॉइन स्थानांतरित किए गए जाने के व्हेल अलर्ट द्वारा ट्विटर पर किए दावों को लेकर पुलिस ने कहा कि ये दावे पूरी तरह से निराधार हैं।