नई दिल्ली, 29 जून। देश के शीर्ष कुश्ती प्रशिक्षकों गुरुवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल को बताया कि प्रदर्शनकारी छह पहलवानों को एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स में छूट देने के फैसले से कुश्ती बिरादरी नाराज है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का कामकाज आईओए का तदर्थ पैनल देख रहा है। भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाले पैनल ने मेरठ में हुई एक अनौपचारिक बैठक में राष्ट्रीय फ्रीस्टाइल कोच जगमंदर सिंह, राष्ट्रीय ग्रीको रोमन कोच हरगोबिंद सिंह और राष्ट्रीय महिला कोच वीरेंद्र सिंह दहिया के विचार सुने।
आईओए के एक सूत्र ने बताया, ‘तीनों प्रशिक्षकों ने बाजवा को बताया कि स्थापित और उदीयमान पहलवानों में इसे लेकर रोष व्याप्त है। जो लोग अखाड़े चलाते हैं, वे इस अनुचित और पक्षपातपूर्ण फैसले से नाराज हैं।’ सूत्र ने यह भी कहा, ‘कोई फैसला नहीं लिया गया, लेकिन बाजवा ने प्रशिक्षकों से कहा कि पैनल इस मामले को देखेगा।’
तदर्थ पैनल ने विनेश, बजरंग व साक्षी सहित 6 पहलवानों को दी थी ट्रायल्स में छूट
ज्ञातव्य है कि भूपेंदर बाजवा ने गत 16 जून को विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, जितेंदर किन्हा और संगीता फोगाट को लिखा था कि वे अगस्त में एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल के विजेताओं के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेंगे। वहीं पहलवानों ने दावा किया था कि उन्होंने छूट नहीं मांगी थी बल्कि तैयारी के लिए केवल अतिरिक्त समय मांगा था।
एशियाई खेलों के ट्रायल्स के बाद शुरू होंगे राष्ट्रीय शिविर
सूत्र ने कहा, ‘बैठक के दौरान इस पर भी चर्चा की गई कि पुरुष और महिलाओं के लिए राष्ट्रीय शिविर एशियाई खेलों के ट्रायल्स के बाद शुरू होंगे। पुरुष शिविर हमेशा की तरह बहलगढ़ स्थित साई केंद्र में होगा जबकि महिलाओं का शिविर दिल्ली या पटियाला में हो सकता है।’
एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल्स के लिए अंतिम तारीख की जानकारी जल्द ही दी जाएगी। सूत्र ने साथ ही कहा, ‘पैनल को अब फैसला करना है कि इन छह पहलवानों को दी गयी छूट वापस ली जाए या नहीं।’