मुंबई, 25 अगस्त। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर फंसे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे को राहत मिलती नहीं प्रतीत हो रही है। महाड की एक अदालत से मंगलवार की देर रात जमानत मिलने के बावजूद उन्हें अब नासिक पुलिस ने नोटिस भेज दी है। कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन के मामले में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में नासिक पुलिस ने उन्हें दो सितम्बर को थाने में पेश होने को कहा है।
मुंबई में राणे के आवास के बाहर पुलिसकर्मी तैनात
इस बीच सुरक्षा के मद्देजनर मुंबई में नारायण राणे के आवास के बाहर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ज्ञातव्य है कि राणे ने बीते सोमवार को नासिक में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी नोटिस जारी कर दिया गया था।
महाड की अदालत से देर रात मिली जमानत
राणे को पहले चिपलून से हिरासत में लिया गया था, उसके बाद कागजी कार्यवाही पूरी कर गिरफ्तार कर लिया गया। किसी केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी का पिछले 20 वर्षों में यह पहला मौका था। मंगलवार रात को उन्हें रायगढ़ की महाड अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें जमानत दे दी गई।
वहीं राणे के वकील संग्राम देसाई ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें जमानत देते हुए अदालत ने कुछ शर्तें लगाई हैं। राणे को 31 अगस्त और 13 सितंबर को पुलिस स्टेशन में हाजिर होना होगा और भविष्य में इस तरह के कृत्यों से दूर रहना होगा।
राणे 27 अगस्त से फिर निकालेंगे जन आशीर्वाद यात्रा
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि नारायण राणे को मिली जमानत राज्य सरकार के चेहरे पर एक और तमाचा है, जो पुलिस और गुंडों के समर्थन से चल रही है। वहीं, भाजपा नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि नारायण राणे को जमानत मिल गई है और वह 27 अगस्त से दोबारा जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे।
बेटे नितेश राणे का ट्वीट के जरिए उद्धव सरकार पर हमला
उधर नारायण राणे के बेटे नितेश ने मंगलवार मध्यरात्रि बाद ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर अपने पिता की गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला। नितेश द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो फिल्म रजनीति के एक दृश्य का हिस्सा है और अभिनेता मनोज बाजपेयी को ‘करारा जवाब मिलेगा’ की चेतावनी देते हुए दिखाया गया है।
राणे ने केंद्र सरकार का सिर शर्म से झुका दिया : शिवसेना
वहीं शिवसेना ने बुधवार को दावा किया कि राणे ने केंद्र सरकार का सिर शर्म से झुका दिया। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे एक संपादकीय में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राणे की मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ की गई टिप्पणी को गंभीरता से लेना चाहिए। शिवसेना ने राणे पर निशाना साधते हुए मंत्री की तुलना ‘कई छेद वाले एक गुब्बारे’ से की और कहा कि भाजपा उसमें कितनी भी हवा भरने की कोशिश करे, लेकिन वह ऊपर नहीं उठेगा।