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पैगंबर मोहम्मद विवाद पर बोले नसीरुद्दीन शाह – यदि वास्तव में जहर फैलने से रोकना चाहते हैं तो पीएम मोदी आगे आएं

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मुंबई, 9 जून। बॉलीवुड के ख्यातिनाम अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए कथित विवादित बयान पर कहा है कि पीएम मोदी को आगे आने चाहिए और जहर फैलाने वालों को रोकना चाहिए।

71 वर्षीय नसीरुद्दीन ने समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार के दौरान इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के लिए कदम उठाने का यह सही समय है, अगर वह वास्तव में जहर को फैलने से रोकना चाहते हैं। शाह ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि पीएम ट्विटर पर नफरत करने वालों को फॉलो करते हैं…उन्हें चुप कराने के लिए कुछ करें क्योंकि केवल उनकी आवाज ही ऐसा कर सकती है।’

शीर्ष से मंजूरी के बिना नूपुर ऐसी टिप्पणी कर ही नहीं सकती थीं

हिन्दू देवताओं के अपमान पर भाजपा नेता की टिप्पणी के संदर्भ में नसीरुद्दीन ने कहा कि उन्हें ऐसा कोई उदाहरण याद नहीं है, जहां एक मुस्लिम ने हिन्दू देवता पर इस तरह की भड़काऊ टिप्पणी की हो। उन्होंने कहा, “नूपुर शर्मा कोई ‘फ्रिंज एलिमेंट’ नहीं हैं, वह पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। यह संभव नहीं है कि उन्होंने जो कहा, वह शीर्ष से मंजूरी के बिना था।” विदादास्पद टिप्पणी के बाद भाजपा नेता की माफी को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक कपटी माफी थी, शायद ही आहत भावनाओं को शांत करने के लिए थी।

हमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों का अनुकरण नहीं करना चाहिए

बयान के बाद भाजपा के पूर्व नेता नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस सवाल पर अभिनेता ने कहा कि इसकी निंदा की जानी चाहिए। बकौल नसीरुद्दीन, ‘ऐसा सोचना भी गलत है। इसलिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान आज इस स्थिति में हैं। हमें इन देशों का अनुकरण नहीं करना चाहिए। लेकिन हम ऐसा कर रहे हैं। गाय को मारने के संदेह में लोग मारे जाते हैं। ये चीजें बर्बर इस्लामिक देशों में हुईं – भारत में नहीं।’

मैं खुद को हाशिए पर नहीं रखता, मैं इस देश में दुखी नहीं हूं

नसीरुद्दीन ने कहा कि वह अन्य मुसलमानों की तुलना में भाग्यशाली महसूस करते हैं, जो भारत में हाशिए पर और खतरा महसूस करते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं खुद को हाशिए पर नहीं रखता। मैं इस देश में दुखी नहीं हूं।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन लोगों में अच्छी समझ कायम होगी और मुसलमानों के खिलाफ ‘घृणा की लहर’ नष्ट हो जाएगी।

गौरतलब है कि नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी पर निलंबित कर दिया गया है। उनकी टिप्पणियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई और ईरान, इराक और यूएई सहित कम से कम 15 देशों ने आधिकारिक विरोध किया। भाजपा के एक अन्य नेता नवीन जिंदल को भी पार्टी ने उनके सोशल मीडिया पोस्ट में पैगंबर पर की गई इसी तरह की टिप्पणी पर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।