प्रयागराज, 28 अप्रैल। संगम नगरी प्रयागराज के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अनूठी पहल करते हुए फैसला किया है कि इस बार रमजान माह के आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज सड़कों पर नहीं बल्कि मस्जिदों के अंदर होगी। जामा मस्जिद के शाही इमाम और शहर काजी की तरफ से इस निमित्त मस्जिदों के संचालकों और मुतवल्लियों को एडवाइजरी जारी की गई है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम और शहर काजी ने जारी की एडवाइजरी
बहुत जरूरी हो तो मस्जिदों में दो बार में नमाज अदा कर ली जाए
एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि यदि बहुत जरूरी हो तो मस्जिदों में दो बार में नमाज अदा कर ली जाए। जामा मस्जिद से यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि गाइडलाइन का पालन हो और कहीं किसी तरह का विवाद न हो। धर्मगुरुओं की इस पहल से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
दरअसल, अलविदा की नमाज के दिन प्रतिवर्ष शहर और आस-पास के लोग बड़ी संख्या में चौक के जामा मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए पहुंचते थे। भीड़ ज्यादा होने की वजह से नमाजी पूरी तरह से सड़क पर बैठकर नमाज करते थे। इससे शहरवासियों को असुविधा होती थी। धर्मगुरुओं ने इसी असुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार यह फैसला किया है।