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पीएम मोदी के वाराणसी दौरे से पहले मुस्लिम समुदाय में नाराजगी, मस्जिद को ‘गेरुआ’ रंग से रंगा गया

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वाराणसी, 7 दिसंबर। श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के निमित्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमी 13 दिसंबर को प्रस्तावित से पहले मुस्लिम समुदाय में नाराजगी फैल गई है क्योंकि काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों में स्थित सभी भवनों व दुकानों की एक रंग से रंगाई-पुताई के क्रम में बुलानाला स्थित एक मस्जिद का रंग भी ‘गेरुआ’ कर दिया गया।

मुस्लिम समुदाय ने वीडीए पर लगाया तानाशाही का आरोप

मुस्लिम समुदाय ने वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है। वाराणसी विकास प्राधिकरण जहां एकरूपता लाने का दावा कर रहा है तो वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनसे पूछे बगैर ही इमारतों को रंग दिया जा रहा है।

दरअसल, बुलानाला इलाके में सड़क किनारे एक काफी पुरानी मस्जिद है, जिसे बुलानाला मस्जिद भी कहते हैं। इसका रंग सफेद था। मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी के मोहम्मद एजाज इस्लाही ने बताया कि उनके मस्जिद का रंग रातोंरात बदल दिया गया। अगर कुछ करना भी था तो एक बार पहले बात कर लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि यह मनमानी और तानाशाही है।

एजाज इस्लाही ने बताया कि पहले उनकी मस्जिद सफेद हुआ करती थी, जो अब केसरिया रंग की तरह हो गई है। उन्होंने बताया कि इस पर उन्होंने आपत्ति भी दर्ज कराई है और डीएम से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन मुलाकात नहीं हुई। इसके अलावा काशी विश्वनाथ मंदिर कार्यालय में भी आपत्ति दर्ज कराई कि यह रंग गलत है।

उनका कहना था, ‘आगे इसको हम पहले जैसा सफेद कराएंगे और इसका पूरा खर्चा उनकी कमेटी ही करेगी, जो नुकसान होगा, वो खुद भरना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि इस कारस्तानी को लेकर उन लोगों में बहुत नाराजगी है, लेकिन माहौल कुछ ऐसा है कि बोला नहीं जा सकता है। पीएम मोदी कॉरिडोर का उद्घाटन करने जा रहे हैं और ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि सारे लोग उनके साथ हैं, लेकिन ऐसा है नहीं।

अधिकारियों की ओर से मस्जिद का रंग सफेद कराने का आशवासन

इसी क्रम में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वॉइंट सेक्रेटरी सैयद मोहम्मद यासीन ने भी अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए बताया कि रातोंरात मस्जिद का रंग बदल दिया गया। उन्होंने साजिश के तहत मस्जिद का रंग बदलने का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों तक बात पहुंचा दी गई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वापस मस्जिद का रंग सफेद करा दिया जाएगा।

वीडीए सचिव बोले – एक ही रंग से एकरूपता आएगी

दूसरी तरफ रंग-रोगन की जिम्मेदारी निभाने वाले वीडीए के सचिव और काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तैयारियों के अलावा यह भी कोशिश की जा रही है कि विभिन्न मार्गों का सुंदरीकरण भी हो जाए।

सुनील वर्मा ने बताया कि गोदौलिया इलाके से लेकर शीतला घाट तक एक रंग में इमारतों को रंगा गया था और अब इस प्रयोग को मैदागिन इलाके से लेकर गोदौलिया इलाके तक किया जा रहा है। इससे सुंदरता और एकरूपता दोनों आएगी.

उन्होंने बताया कि इस रंग-रोगन को कराने के पीछे यह सोच थी कि बनारस की ज्यादातर इमारतें बलुआ पत्थर से बनी हुई है, जिसका रंग हल्का पिंक जैसा होता है तो उसी थीम को लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण काम कर रहा है।

मस्जिद का रंग बदलने को लेकर वीडीए के पास नहीं पहुंची कोई आपत्ति

मस्जिद का रंग बदलने पर आपत्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी उनके पास ऐसी कोई आपत्ति नहीं आई है और वैसे भी काशी सहिष्णुता और सर्व-धर्म का भी संदेश देती है। गेरुआ रंग किसी धर्म से नहीं जुड़ा हुआ है। चूंकि वाराणसी में ज्यादातर जगहों पर रेड स्टोन लगा हुआ है और उसी थीम को आगे बढ़ाया जा रहा है।

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