लखनऊ, 14 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित नगरीय निकाय चुनाव तीन चरणों में कराने की तैयारी है। राज्य निर्वाचन आयोग के अफसरों के साथ पुलिस महकमे के अधिकारियों की हुई बैठक में इसे लेकर करीब-करीब अंतिम फैसला हो गया है। फिलहाल चुनाव की तारीखों पर हाई कोर्ट ने रोक लगा रखी है।
निर्वाचन आयोग की निगाहें न्यायालय पर टिकी हुई हैं। न्यायालय से हरी झंडी मिली तो तीन चरणों में निकाय चुनाव कराए जाने का एलान किया जाएगा। राज्य में 15 जनवरी के पहले निकाय चुनाव कराए जाने थे, लेकिन आरक्षण संबंधी आपत्तियों को चलते न्यायालय में ने अभी चुनाव की घोषणा पर रोक लगा रखी है।
4 करोड़ से अधिक मतदाता 762 नगरीय निकायों के प्रतिनिधि चुनेंगे
राज्य के कुल 762 नगरीय निकायों में चुनाव होने हैं। इनमें 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायतें शामिल हैं। इन सभी नगरीय निकायों में 13,965 वार्ड हैं, जिनमें पार्षद या सदस्य के पदों पर चुनाव होने हैं। चार करोड़ से अधिक मतदाता निकाय चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग कर शहरी सरकार को चुनेंगे।
सूबे के शहरी क्षेत्रों में अपने जनाधार को बढ़ाने तथा अपनी वोट बैंक को मजबूत करने में निकाय चुनाव हर दल के लिए महत्व रखते हैं। यही वजह है कि यूपी की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), आम आदमी पार्टी (आप), अपना दल (स), निषाद पार्टी और भीम आर्मी सहित ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन इन चुनावों में अपने प्रत्याशी खड़ा करेंगी।
पिछले चुनाव भी तीन चरणों में हुए थे
निकाय चुनावों के उत्तर प्रदेश में तीखा राजनीतिक संघर्ष होने की उम्मीद है। अब चूंकि निकाय चुनावों के लिए प्रदेश पुलिस के पास तैयारियों के लिए ज्यादा समय भी नहीं है. जिसके चलते पुलिस के सीनियर अफसर राज्य में तीन चरणों में चुनाव करना चाहते हैं। इसके मद्देनजर ही प्रदेश पुलिस ने चुनाव कराने की कार्ययोजना तैयार की है।
राज्य की एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार निकाय चुनाव के लिए प्रदेश पुलिस की तैयारी पूरी है। राज्य में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल उपलब्ध है। अगर चुनाव तीन चरणों में होता है तो हर मंडल के कम से कम एक जिले का चुनाव हर चरण में होगा। जो बड़े मंडल हैं, वहां के दो या उससे अधिक जिले चुने जा सकते हैं।
वहीं दो चरणों में चुनाव के लिए सभी 18 मंडलों को दो भागों में बांटकर चुनाव कराने का खाका तैयार किया गया है। प्रशांत कुमार के अनुसार, वर्ष 2017 में भी निकाय चुनाव तीन चरणों में करवाए गए थे। तब पहले चरण में राज्य के 24 जिलों में 22 नवम्बर, दूसरे चरण में 25 जिलों में 26 नवम्बर और फिर 29 नवम्बर को तीसरे चरण में 26 जिलों में मतदान कराया गया था। पहली दिसम्बर को मतगणना के बाद नतीजे घोषित हुए थे।