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लोकसभा चुनाव : पहले चरण में 60 फीसदी से ज्यादा मतदान, बंगाल में हिंसा, मणिपुर में भी विवाद

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नई दिल्ली, 19 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को 21 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 102 निर्वाचन क्षेत्रों में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। कुल 543 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में कराए जा रहे चुनाव के पहले चरण की इन सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले गए। इन सीटों पर कुल 16.63 करोड़ मतदाताओं को कुल 1625 प्रत्याशियों के बीच चुनाव करना था।

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के अनुसार मतदान के दौरान बंगाल के कूचबिहार में हिंसा की खबरें सामने आईं तो वहीं मणिपुर के कुछ मतदान केंद्रों पर भी विवाद के बाद वोटिंग प्रक्रिया रोकनी पड़ी। अन्य कई जगहों पर ईवीएम में भी गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं।

त्रिपुरा में सर्वाधिक 79.90 फीसदी मतदान, बिहार फिसड्डी

निर्वाचन आयोग से शाम सात बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पहले चरण में त्रिपुरा में वोट डालने वाले मतदाताओं का अनुपात सर्वाधिक 79.90 प्रतिशत रहा जबकि बिहार में सबसे कम 47.49 प्रतिशत मतदाता ही वोट डालने निकले। आयोग द्वारा जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा की एक सीट पर 79.90 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में तीन सीटों पर 77.57 प्रतिशत, मणिपुर में दो सीटों पर 68.62 प्रतिशत, मेघालय में दो सीटों पर 70.20 प्रतिशत और असम में पांच सीटों पर 71.38 प्रतिशत वोट पड़े थे।

अन्य राज्यों के मतदान प्रतिशत पर एक नजर

पुड्डुचेरी में एक सीट पर 73.25 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ की एक सीट पर 63.41 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर 65.08 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में पांच सीट पर 63.33 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में दो सीट पर 65.46 प्रतिशत, सिक्किम में एक सीट पर 68.06 प्रतिशत, नागालैंड में एक सीट पर 56.77 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

पश्चिम उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर 57.61 प्रतिशत मतदान

मिजोरम में एक सीट पर 54.18 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में पांच सीटों पर 53.64 प्रतिशत, अंडमान-निकोबार में एक सीट पर 56.87 प्रतिशत, महाराष्ट्र में पांच सीटों पर 55.29 प्रतिशत, लक्षद्वीप में एक सीट पर 59.02 प्रतिशत, राजस्थान में 12 सीटों पर 50.95 प्रतिशत, तमिलनाडु की 39 सीटों पर 62.19 प्रतिशत वोट डाले गये थे।

नगालैंड में दिखा अनिश्चितकालीन बंद का असर

विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वालों में विवाह परिधान में आए कई नवविवाहित जोड़े, दिव्यांग लोग और स्ट्रेचर तथा ह्वीलचेयर पर आए कुछ बुजुर्ग शामिल थे। तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और असम में कुछ बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में मामूली खामियों की शिकायत आई। वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में सन्नाटा पसरा रहा, जहां अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे।

बंगाल में हिंसा, दर्ज हुईं शिकायतें

पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 तथा 39 शिकायतें दर्ज कराई हैं। हिंसा प्रभावित मणिपुर में करीब 45.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

मणिपुर में भी हुआ विवाद, छत्तीसगढ़ में जवान घायल

इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात व्यक्तियों के बीच वाद-विवाद हो गया। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर तीन बजे तक 58.14 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान घायल हो गया।

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