लखनऊ, 10 फरवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत गुरुवार को पहले चरण में 60 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार वोटिंग के लिए निर्धारित समय शाम छह बजे तक 60.17 फीसदी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे। कई मतदान केंद्रों में उसके बाद भी मतदान की खबर थी और इसी वजह से निर्वाचन आयोग को अंतिम आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका था।
शामली में सर्वाधिक 69.42 फीसदी मतदान
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से अंतिम समाचार मिलने तक सबसे ज्यादा 69.42 फीसदी औसत वोटिंग दर्ज की गई। शामली के अलावा आठ अन्य जिले रहे, जहां 60 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई।
सभी 11 जिलों में हुए औसत मतदान का विवरण –
- शामली – 69.42%
- मुजफ्फरनगर – 65.34%
- मथुरा – 63.28%
- बागपत – 61.35%
- मेरठ – 60.91%
- बुलंदशहर – 60.52%
- हापुड़ – 60.50%
- अलीगढ़ – 60.49%
- आगरा – 60.33%
- गौतम बुद्ध नगर – 56.73%
- गाजियाबाद – 54.77%
11 जिलों की 58 सीटों पर हुआ मतदान
गौरतलब है कि पहले चरण के चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों – शामली, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फर नगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा व आगरा जिलों की नौ सुरक्षित सहित कुल 58 विधानसभा सीटों के लिए सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हुई थी। इस चरण में 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिलाएं तथा 1,448 ट्रांसजेंडर सहित कुल 2.28 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था।
निर्वाचन आयोग के अनुसार सुबह सात बजे शुरू हुए मतदान के तहत पूर्वाह्न नौ बजे तक औसत 7.93 फीसदी, पूर्वाह्न 11 बजे तक 20.03%, अपराह्न एक बजे तक औसत 41.16 फीसदी, अपराह्न तीन बजे तक औसत 48.24 फीसदी और शाम पांच बजे तक औसत 57.79 वोटिंग हुई थी।
73 महिलाओं सहित 623 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद
पहले चरण की वोटिंग के दौरान 73 महिलाओं सहित 623 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। इनमें योगी कैबिनेट के श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण सरीखे मंत्री भी शामिल हैं।