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मुरादाबाद के भाजपा उम्मीदवार कुंवर सर्वेश सिंह का निधन, एक दिन पहले ही मतदान करने पहुंचे थे

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मुरादाबाद, 20 अप्रैल। मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार सिंह का लोकसभा चुनाव में पहले चरण के तहत निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के एक दिन बाद ही शनिवार को निधन हो गया। पश्चिमी यूपी के अकेले ठाकुर प्रत्याशी 71 वर्षीय सर्वेश शुक्रवार को मतदान करने भी पहुंचे थे। उनके निधन की खबर से भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई है।

दिल्ली एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कुंवर सर्वेश सिंह नामांकन के बाद से लगातार बीमार चल थे। पहले चरण में 19 अप्रैल को उन्होंने अपने पैतृक गांव रतूपुरा में वोट भी डाला था, लेकिन देर शाम उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती किया गया था, जहां शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हो गया। सर्वेश सिंह के बेटे सुशांत सिंह बिजनौर की बढ़ापुर सीट से भाजपा से विधायक हैं।

अस्वस्थता के चलते बेटे सुशांत ने संभाल रखी थी चुनाव की कमान

प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्वेश सिंह के मुंह में कुछ तकलीफ थी। उसी के चलते कुछ दिन पहले उनकी दिल्ली में सर्जरी हुई थी। इसके कारण वह लोकसभा के लिए नामांकन वाले दिन से चुनाव क्षेत्र से गायब थे। उनके बेटे ने ही चुनाव की कमान संभाल रखी थी। आराम मिलने पर वह अमित शाह की रैली में मंच पर दिखे थे। 19 अप्रैल को मतदान के बाद फिर से तबीयत असहज लगने पर वह शुक्रवार को देर रात दिल्ली के एम्स में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे थे।

पूर्व सांसद के भतीजे व प्रतिनिधि अमित सिंह ने बताया कि शनिवार को एम्स में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। देर रात तक उनका शव पैतृक गांव लाया जाएगा। उनके  निधन की जानकारी मिलते ही सियासी और सामाजिक हलके में शोक की लहर दौड़ गई। देर रात किसी समय पार्थिव शरीर मुरादाबाद पहुंचेगा।

मुरादाबाद सीट से 2014 में बने थे सांसद

कुंवर सर्वेश सिंह 2014 में मुरादाबाद सीट से सांसद चुने गए थे। इससे पहले 2009 में वह पहली बार इस सीट से सांसद का चुनाव लड़े, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद अजहरुद्दीन से वह हार गए थे। 2019 में भी भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया, लेकिन सपा-बसपा के गठबंधन में वह सपा प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन से चुनाव हार गए। इस बार भी पहले उनका टिकट होल्ड रहा, लेकिन बाद में पार्टी ने उन्हें ही प्रत्याशी घोषित कर दिया।

ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से 5 बार विधायक रह चुके थे

सर्वेश सिंह सांसद बनने से पूर्व ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके थे। उनके पिता रामपाल सिंह भी इसी सीट से चार बार विधायक और एक बार अमरोहा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं।

दबंग छवि के लिए जाने जाते थे, कार्यकर्ताओं के लिए अफसरों से भिड़ जाते थे

कुंवर सर्वेश सिंह अपनी दबंग छवि के लिए जाने जाते थे। विधायक और सांसद रहते उनके कई किस्से हैं, जिनमें वह कार्यकर्ताओं के लिए अफसरों से भिड़ते रहे हैं। अपने क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ रही है। तभी उस दौर में भी जीतते रहे हैं जब भाजपा को मुरादाबाद में एक भी सीट नहीं मिलती थी। 2007 का चुनाव वह बसपा से हारे थे, इसके बाद सपा के शासन काल में 2012 में भी ठाकुरद्वारा से विधायक बने। इस बीच 2014 का लोकसभा चुनाव लड़े और जीते। सर्वेश सिंह का भाजपा नेताओं में अलग अंदाज था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उनके अच्छे संबंध थे। सीएम योगी कई बार उनके रतूपुरा आवास पर भी आ चुके हैं।

सीएम योगी ने भी जताया दुख

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंवर सर्वेश कुमार के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिाय प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह जी के निधन से स्तब्ध हूं। ये भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।’

सीएम योगी ने आगे लिखा, ‘मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों और उनके समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।’

फिलहाल काउंटिंग पर कोई असर नहीं होगा

नियमों के अनुसार वोटिंग से पहले किसी राजनीतिक दल के प्रत्याशी के निधन पर चुनाव रद कर दिया जाता है। यहां वोटिंग हो चुकी है, ऐसे में काउंटिंग पर फिलहाल कोई असर नहीं होगा। मतगणना के बाद यदि सर्वेश सिंह जीतते हैं तो यह सीट रिक्त घोषित हो जाएगी और दोबारा चुनाव की प्रक्रिया होगी। सर्वेश सिंह के सामने सपा ने रुचि वीरा को मैदान में उतारा था। रुचि वीरा से ही सर्वेश सिंह का मुकाबला था।