Site icon hindi.revoi.in

मनरेगा फर्जीवाड़ा: मोहम्मद शमी के जीजा मास्टरमाइंड, बहन की सास से होगी रिकवरी, जांच में पाए गए 11 लोग दोषी

Social Share

अमरोहा, 3 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में हुए मनरेगा फर्जीवाड़े में क्रिकेटर मोहम्मद शमी के जीजा को मास्टरमाइंड माना गया है। वहीं, शमी के जीजा की मां को मुख्य दोषी पाया पाया गया है। जनपद अमरोहा के ग्राम पालौला में मनरेगा फर्जीवाड़ा में डीएम ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस जांच में बीडीओ और चार सचिव सहित कुल 11 लोगों को दोषी पाया गया है। डीएम ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र भी लिखा है।

डीएम ने बताया है कि इस मामले में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जा रही है। ग्राम प्रधान के खातों को सीज कर रिकवरी का नोटिस दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय एक्ट के तहत कार्रवाई कराई जाएगी। एक बीडीओ के खिलाफ भी लखनऊ पत्र भेजा गया है।

इस फर्जीवाड़े में शमी की सगी बहन शबीना उनके पति गजनवी और परिवार के अन्य लोग भी शामिल हैं। ग्राम प्रधान गुले आयशा शमी की बहन की सास हैं, उन्हें ही पूरे प्रकरण का दोषी माना गया है। अमरोहा की जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि ग्राम पलोला में नरेगा के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसके जांच कराई गई तो शिकायत सही पाई गई। इस फर्जीवाड़े में विभाग के जितने अधिकारी या कर्मचारी शामिल थे, उन सभी को निलंबित करते हुए एफआईआर कराने के लिए पत्र दिया है। इसके साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है।

जिलाधिकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े में मुख्य रोल ग्राम प्रधान का था, इसलिए उनके सभी खातों को सीज कराया गया है। उनके खिलाफ रिकवरी का नोटिस दिया गया है। साथ ही पंचायती राज एक्ट के तहत इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उस समय एक बीडीओ का भी नाम प्रकाश में आया था, उनके खिलाफ भी लखनऊ कमिश्नर को एक पत्र भेजा जा रहा है। अब इस संबंध में हम एक विशेष अभियान चला रहे हैं। यदि एक परिवार के लोगों के नाम दर्ज हैं या ग्राम प्रधान के परिवार के लोगों के नाम दर्ज हैं, मृत व्यक्ति या पलायन कर चुके व्यक्ति का नाम शामिल है तो ऐसे सभी नामों को मनरेगा लिस्ट से हटवाया जाएगा।

स्थानीय लोगों की शिकायत पर किए गए स्टिंग में यह फर्जीवाड़ा सामने आया था, जिसमें क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन, उनके पति और परिवार के अन्य लोगों के नाम मनरेगा लिस्ट में शामिल थे। ग्राम प्रधान गुले आयशा शमी की बहन शबीना की सास हैं। उन्हें ही मुख्य दोषी माना गया है, जबकि इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड शमी का जीजा और प्रधान का बेटा गजनबी है।

Exit mobile version