लखनऊ, 4 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में जुटे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने हिंदुत्व कार्ड की राह पकड़ ली है। यूपी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके अखिलेश यादव को इस बात का अहसास होने लगा है कि बिना हिंदुत्व कार्ड के यूपी में सत्ता में दोबारा आना बेहद कठिन है। अखिलेश यादव ने भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण किया तो वहीं अब सपने में भगवान श्रीकृष्ण रोज आ रहे हैं।
इसके साथ ही 8 या 9 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम लला के दर्शन भी कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले हिंदुत्व कार्ड की राह पर आए अखिलेश यादव इन दिनों ‘नई हवा है, नई सपा है.’ का नारा बुलंद करते मठ-मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। उनकी इस नई राजनीतिक यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव रामनगरी अयोध्या होगी। क्योंकि वह पहली बार वह रामलला के दर्शन भी कर सकते हैं।
अखिलेश यादव के 8-9 जनवरी को प्रस्तावित अयोध्या के दो दिवसीय दौरे में उनका रात्रि प्रवास भी है। उनके रामलला के दर्शन की प्रबल संभावना इसलिए भी है, क्योंकि भाजपा लगातार राम मंदिर का मुद्दा उछालकर सपा के लिए कठघरा बनाने के प्रयास में है तो अखिलेश भी ‘साफ्ट हिंदुत्व’ की राह पर तेजी से कदम बढ़ाते जा रहे हैं।
यूं तो तमाम नेता प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन अखिलेश पर सबकी निगाहें इसलिए भी हैं कि चुनाव नजदीक है और अयोध्या से जुड़े बड़े घटनाक्रमों के एक सिरे पर भाजपा तो दूसरे पर सपा खड़ी रही। वह घटनाक्रम देश की राजनीति को प्रभावित करते रहे हैं।