वाराणसी, 5 मई। मिड डे मील में बच्चों को नमक-रोटी दिए जाने की खबर सामने लाने वाले मिर्जापुर के पत्रकार पवन जायसवाल कैंसर की बीमारी से हार गए और गुरुवार को यहां एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। 38 वर्षीय पवन के छोटे भाई पंकज ने यह जानकारी दी।
कैंसर से जूझ रहे पवन के फेफड़े का संक्रमण काफी ज्यादा बढ़ गया था। अपने इलाज के लिए वह दिल्ली तक गए, लेकिन डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था। पवन का पिछले कुछ दिनों से यहां एपेक्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें अंतिम समय पर वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पैसे की कमी के कारण उन्होंने अपना आगे का इलाज वाराणसी में ही कराना उचित समझा। हालांकि, इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और मिर्जापुर के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार सहित कई पत्रकारों ने उनकी आर्थिक सहायता करने की पूरी कोशिश की।
मिर्जापुर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर अहरौरा कस्बे के निवासी पवन जायसवाल एक फ्रीलांसर पत्रकार के तौर पर कई राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों के लिए काम करते थे। पवन के शोक संतप्त परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे छोटे बच्चों के साथ भाई और मां हैं।
उल्लेखनीय है कि अगस्त, 2019 में पवन ने एक वीडियो के माध्यम से मिर्जापुर के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को मिड डे मील में नमक-रोटी दिए जाने का मामला सामने लाया था।
खबर के वायरल होते ही प्रशासन ने आनन-फानन में पत्रकार के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया था। हालांकि, भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष चंद्रमौली प्रसाद के दखल के बाद उनके खिलाफ मामला हटा लिया गया था।