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राष्ट्रीय खेल : मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन के 49 किग्रा वर्ग में जीता स्वर्ण पदक

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गांधीनगर, 30 सितम्बर। ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने शुक्रवार को यहां 36वें राष्ट्रीय खेलों में महिलाओं की भारोत्तोलन स्पर्धा के 49 किग्रा वर्ग में 191 किलोग्राम भार उठाकर अपेक्षित रूप से स्वर्ण पदक जीता।

पिछले माह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली मीराबाई ने स्नैच में 84 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 107 किग्रा भार उठाकर खिताब अपने नाम किया। संजीता चानू ने कुल 187 किग्रा (स्नैच में 82 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 105 किग्रा) वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। ओडिशा की स्नेहा सोरेन ने कुल 169 किग्रा (स्नैच में 73 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा) भार उठाकर कांस्य पदक जीता।

बाईं कलाई में चोट के चलते तीसरे प्रयास के लिए नहीं उतरीं

अपने दूसरे राष्ट्रीय खेलों में भाग ले रही मीराबाई ने खुलासा किया कि उनकी बाईं कलाई में चोट है, इसलिए वह दोनों वर्गों में अपने तीसरे प्रयास के लिए नहीं उतरीं। उन्होंने कहा, ‘हाल ही में एनआईएस पटियाला में प्रशिक्षण के दौरान मेरी बाईं कलाई में चोट लग गई थी, जिसके बाद मैंने सुनिश्चित किया कि मैं अधिक जोखिम नहीं लूं। विश्व चैंपियनशिप भी दिसम्बर में होनी है।’

उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय खेलों में मणिपुर का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व का क्षण है और जब मुझे उद्घाटन समारोह में दल का नेतृत्व करने के लिए कहा गया तो उत्साह दोगुना हो गया। आम तौर पर उद्घाटन समारोह में शामिल होना बहुत व्यस्त होता है क्योंकि मेरी स्पर्धाएं अगले दिन जल्दी शुरू होती हैं, लेकिन मुझे लगा कि मुझे इस बार खुद को चुनौती देनी चाहिए।’

विश्व चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित, हालांकि दिमाग में एशियाई खेल भी

अगले वर्ष एशियाई खेलों में पहला पदक जीतने का लक्ष्य रखने वाली चानू वर्तमान में रहना पसंद करती हैं और उनका ध्यान विश्व चैंपियनशिप पर केंद्रित है, जहां उनका सामना एशिया के बड़े भारोत्तोलकों से होने की उम्मीद है। 28 वर्षीया भारोत्तोलक ने कहा, ‘हां मेरे पास एशियाई खेलों का पदक नहीं और यह कुछ ऐसा है, जो मेरे दिमाग में है। पीठ की चोट के कारण 2018 सत्र से बाहर होने के बाद यह मेरे पहले एशियाई खेल होंगे। एशियाड में प्रतिस्पर्धा का स्तर बहुत अच्छा होगा लेकिन मेरा ध्यान अभी विश्व चैंपियनशिप पर है, जहां मुझे उन्हीं भारोत्तोलकों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलेगा।’