नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। मीराबाई चानू ने नॉर्वे के फोर्डे में चल रही विश्व भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीत लिया है। यह इस टूर्नामेंट के इतिहास में उनका तीसरा मेडल है। वह भारत के लिए सबसे ज्यादा विश्व चैम्पियनशिप मेडल जीतने वाली तीसरी वेटलिफ्टर बन गई हैं। इससे पहले उन्होंने 2017 विश्व चैंपियनशिप में के 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। 2022 (Bogota) में उन्होंने 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता था।
चीन की खिलाड़ी से हुई कांटे की टक्कर
मीराबाई चानू ने 48 किग्रा वर्ग में कुल 199 किग्रा के साथ रजत पदक जीता। उन्होंने स्नैच में 84 और क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम भार उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया। उत्तर कोरिया की रि सांग गुम ने गोल्ड जीता, उन्होंने कुल 213 किलोग्राम भार उठाकर गोल्ड मेडल जीता। चीन की थान्याथन का मीराबाई से कड़ा मुकाबला हुआ। थान्याथन ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता।
बता दें कि स्नैच राउंड में थान्याथन मीराबाई से 4 किलोग्राम से आगे चल रही थी, लेकिन क्लीन एंड जर्क राउंड में मीराबाई ने कमाल करते हुए चीन की खिलाड़ी को पीछे किया और 1 किलोग्राम की लीड लेकर सिल्वर मेडल जीता। जीत के बाद मीराबाई चानू सीधा अपने कोच विजय शर्मा के पास गईं और उनका धन्यवाद किया। चोट के कारण मीराबाई चानू के लिए पिछले कुछ साल मुश्किल भरे रहे थे। मीराबाई ने इसी साल अहमदाबाद में हुई कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
मीराबाई चानू तीसरी ऐसी प्लेयर बन गई हैं, जिन्होंने भारत के लिए 2 से ज्यादा बार विश्व चैंपियनशिप खिताब जीता। उनके आलावा कुंजरानी देवी और कर्णम मल्लेश्वरी ऐसा कर चुकी हैं। कुंजरानी ने इस प्रतियोगिता में 7 बार (1989, 1991, 1992, 1994, 1995, 1996, 1997) रजत पदक जीता. मल्लेश्वरी ने 1994, 1995 में गोल्ड और 1993, 1996 में ब्रॉन्ज (कुल 4) मैडल जीता था।

