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शिंदे की शिवसेना में शामिल होते ही मिलिंद देवड़ा का प्रहार – ‘पीएम मोदी के खिलाफ बोलना ही कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य’

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मुंबई, 14 जनवरी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष रहे मिलिंद देवड़ा रविवार को पार्टी से त्यागपत्र देने के कुछ घंटे बाद ही यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गए। उन्हें सीएम शिंदे ने पार्टी का झंडा देकर सदस्यता दिलाई। दिलचस्प यह रहा कि कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंदगत मुरली देवड़ा के पुत्र और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले मिलिंद ने पार्टी छोड़ने का फैसला ऐसे दिन किया, जब राहुल गांधी ने इम्फाल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की।

‘यह मेरे लिए बहुत भावुक दिन

फिलहाल 47 वर्षीय देवड़ा ने शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल होने के बाद कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत भावुक दिन है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कांग्रेस छोड़ दूंगा। आज मैं शिव सेना में शामिल हो गया।’

2004 की कांग्रेस से बहुत अलग आज की पार्टी

दक्षिण मुंबई सीट से दो बार के पूर्व सांसद ने कहा, ‘मुझे सुबह से बहुत सारे फोन आ रहे हैं कि मैंने कांग्रेस पार्टी से अपने परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ दिया? मैं पार्टी के सबसे चुनौतीपूर्ण दशक के दौरान उसके प्रति वफादार था। दुर्भाग्य से, आज की कांग्रेस 1968 के साथ-साथ 2004 की कांग्रेस से बहुत अलग है।’

देवड़ा ने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने रचनात्मक और सकारात्मक सुझावों, योग्यता और क्षमता को महत्व दिया होता तो एकनाथ शिंदे और मैं यहां नहीं होते। एकनाथ शिंदे को एक बड़ा निर्णय लेना था, मुझे एक बड़ा निर्णय लेना था।’

‘मैं विकास, आकांक्षा, समावेशिता और राष्ट्रवाद की राजनीति में विश्वास करता हूं

कांग्रेस पर प्रहार करते हुए मिलिंद ने कहा, ‘वही पार्टी जो इस देश को रचनात्मक सुझाव देती थी कि देश को आगे कैसे ले जाया जाए, अब उसका एक ही लक्ष्य है कि पीएम मोदी जो भी कहते और करते हैं, उसके खिलाफ बोलना। कल को यदि वह कहें कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है तो वे इसका विरोध करेंगे। फिलहाल मैं लाभ – विकास, आकांक्षा, समावेशिता और राष्ट्रवाद की राजनीति में विश्वास करता हूं। मैं व्यक्तिगत हमले, अन्याय और नकारात्मकता की राजनीति में विश्वास नहीं करता।’

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