मुंबई, 9 सितम्बर। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति साइरस मिस्त्री की कार दुर्घटना में हुई मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मर्सिडीज बेंज द्वारा भेजी गई एक प्रारंभिक विश्लेषण रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि हादसे से पांच सेकेंड पहले तक एसयूवी लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। इससे पालघर पुलिस के इस तथ्य की पुष्टि होती है कि एसयूवी गति सीमा का उल्लंघन कर चलाई जा रही थी। प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनाहिता पंडोले दुर्घटना के समय वाहन चला रही थीं।
पालघर पुलिस के कथन की पुष्टि – एसयूवी गति सीमा का उल्लंघन कर चल रही थी
दरअसल, एसयूवी में स्थापित एक इलेक्ट्रॉनिक चिप को मर्सिडीज-बेंज की एक टीम द्वारा पुनः प्राप्त किया गया और विश्लेषण के लिए जर्मनी ले जाया गया। इस चिप में सभी डेटा का रिकॉर्ड मौजूद होता है। पालघर पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि मापदंडों की एक सूची पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट अभी भेजी जानी बाकी है, हालांकि ऑटोमोबाइल दिग्गज ने गुरुवार को अपने निष्कर्षों की प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी है। पुलिस के अनुसार, जहां दुर्घटना हुई, वहां एनएच 48 के खंड पर गति सीमा 90 किमी प्रति घंटे है जबकि मौके से ठीक पहले पुल पर गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे है।
4 सितम्बर को सड़क हादसे में मिस्त्री 2 सहित लोगों की मृत्यु हुई थी
गौरतलब है कि गत चार सितम्बर को मर्सिडीज बेंज एसयूवी में मिस्त्री, डॉ. पंडोले, उनके पति डेरियस और उनके भाई जहांगीर अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे। एसयूवी एक कंक्रीट बैरिकेड से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस घटना में मिस्त्री और जहांगीर की जान चली गई, जबकि पंडोले दंपति घायल हो गए, जिनका उपचार जारी है।
पालघर पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने कहा, ‘मर्सिडीज बेंज के अनुसार एसयूवी बैरिकेड से टकराने से पांच सेकेंड पहले तक 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, अचानक ब्रेक लग गया और दुर्घटनाग्रस्त होने पर यह 89 किमी प्रति घंटे तक आ गई।’
पालघर पुलिस को मर्सिडीज-बेंज की विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा
जांच के लिहाज से ये निष्कर्ष पुलिस को आधिकारिक तौर पर यह निष्कर्ष निकालने का आधार प्रदान करते हैं कि दुर्घटना के समय एसयूवी निर्धारित गति सीमा से अधिक गति से चल रही थी। पाटिल ने कहा, ‘हम मर्सिडीज-बेंज की विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसके बाद हम उन्हें कुछ और प्रश्न भेज सकते हैं। रिपोर्ट कुछ दिनों में आ जानी चाहिए। आगे के विश्लेषण के लिए एसयूवी को पुणे में मर्सिडीज बेंज कार्यशाला में ले जाया जाएगा।’