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बिहार : राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की सदस्यता खत्म, विधानसभा सचिवालय ने जारी की अधिसूचना

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पटना, 15 जुलाई। बिहार के मोकामा से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है। इस संबंध में अधिसूचना भी विधानसभा सचिवालय से जारी कर दी गई है।

वस्तुतः अनंत सिंह के बाढ़ थाना अंतर्गत नदवां गांव स्थित उनके निजी आवास से एके-47 राइफल और हथियार बरामद होने के मामले में दोषी पाए जाने और सजा सुनाए जाने के बाद से ही उनकी विधायकी पर तलवार लटक रही थी।

बिहार विधानसभा से अनंत सिंह की सदस्यता खत्म होने से आरजेडी को झटका लगा है। विधानसभा में उसके विधायकों की संख्या अब 80 से घटकर 79 रह गई है। अनंत सिंह ने मोकामा सीट से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जेल में रहते हुए जीत गए थे।

एमपी-एमएलए अदालत ने अवैध हथियार रखने का दोषी पाया था

गौरतलब है कि पिछले महीने एमपी-एमएलए अदालत ने अनंत सिंह को अवैध हथियार रखने का दोषी पाया था। इसके बाद 21 जून को कोर्ट ने आर्म्स एक्ट मामले में उन्हें 10 साल की सजा सुनाई थी। अनंत सिंह हत्या, जबरन वसूली, अपहरण और अवैध हथियार रखने सहित कई अन्य आपराधिक मामलों का भी सामना कर रहे हैं।

निजी आवास से बरामद किए गए थे एके-47 राइफल सहित अन्य हथियार

अनंत सिंह के घर से हथियार मिलने का मामला 16 अगस्त, 2019 का है, जब करीब 11 घंटे तक चले तलाशी अभियान के दौरान पुलिस द्वारा विधायक के घर से एक एके-47 राइफल, दो हथगोले, 26 कारतूस और एक मैगजीन की बरामदगी हुई थी।

हथियार बरामदगी के बाद 2019 में दिल्ली के साकेत कोर्ट में किया था आत्मसमर्पण

हथियार बरामदगी के बाद फरार चल रहे अनंत सिंह ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि राजनीतिक ताकतें एके-47 राइफल मामले में उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहीं हैं और वह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की बजाय सीधे अदालत में आत्मसमर्पण करेंगे। इसी क्रम में अनंत सिंह ने अगस्त, 2019 में नई दिल्ली में साकेत अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।

कभी सीएम नीतीश के करीबी रहे अनंत वर्ष 2005 से ही मोकामा विधायक थे

वर्ष 2005 से ही मोकामा विधानसभा सीट से चुनाव जीतते अनंत सिंह पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे, हालांकि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उनका नीतीश कुमार के साथ मतभेद हो गया था, जिसके चलते उन्हें जदयू से बाहर होना पड़ा। बाद में वह राजद में शामिल हो गए थे।

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