श्रीनगर, 23 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तीन दिवसीय दौरे पर तंज कसते हुए कहा है कि कश्मीर घाटी में हालात सामान्य दिखाने का सिर्फ नाटक किया जा रहा है जबकि वास्तविकता कुछ और ही है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और गृह मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद अमित शाह पहली बार घाटी के तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को पूर्वाह्न श्रीगर पहुंचे। उन्होंने दौरे के पहले ही दिन यहां राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की और घाटी में कुछ विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
Instead prior to his visit 700 civilians were detained, booked under PSA & many shifted to jails outside Kashmir. Such oppressive steps further vitiate an already tense atmosphere. ‘Normalcy acrobatics’ are in full swing while reality is denied & obfuscated.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 23, 2021
सरकारी एजेंसियों के कदम तनाव को ज्यादा बढ़ाने का काम कर रहे
फिलहाल महबूबा मुफ्ती को इस दौरे से कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि शाह के दौरे से पहले 700 लोगों को हिरासत में लिया गया है। कई अपराधियों को कश्मीर की बाहर की जेलों में शिफ्ट किया गया। सरकारी एजेंसियों के ऐसे कदम तनाव को और ज्यादा बढ़ाने का काम करते हैं। सब कुछ सामान्य दिखाने की कोशिश लगातार हो रही है, लेकिन असल सच्चाई को सभी दबाना चाहते हैं।
370 हटने के बाद से सिर्फ परेशानियां बढ़ीं
पीडीपी मुखिया ने उन विकास कार्यों को लेकर भी निशाना साधा, जिन्हें अमित शाह ने हरी झंडी दिखाई है। महमूबा की नजरों में आधे से ज्यादा प्रोजेक्ट वो हैं, जिनका काम यूपीए कार्यकाल के दौरान ही शुरू हो चुका था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उद्घाटन करते हैं, नए मेडिकल कॉलेज की नींव भी रखते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि आधे से ज्यादा मेडिकल कॉलेज को लेकर स्वीकृति कांग्रेस सरकार के दौरान हो गई थी। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से तो सिर्फ परेशानियां बढ़ी हैं और जम्मू-कश्मीर को अराजकता की ओर ढकेल दिया गया है।
HM inaugurating international flights from Srinagar & laying foundation of new medical colleges isn’t new. Half a dozen medical colleges were sanctioned by UPA gov & are functional now. Post Article 370 abrogation & an engineered crisis, J&K has been thrown into chaos.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 23, 2021
गृह मंत्री को कुछ सुझाव भी दिए
महबूबा ने अमित शाह को कुछ सुझाव भी दिए। मसलन, यदि समय रहते कुछ कैदियों को जेल से रिहा किया जाता, अगर लोगों के उत्पीड़न को खत्म किया जाता, यदि अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने का काम सटीक अंदाज में होता तो लोगों को सही मायने में राहत मिलती और घाटी का सही में विकास होता।