श्रीनगर, 16 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपील की है कि अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित करना नवगठित जम्मू-कश्मीर सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने इसे क्षेत्र की चुनौतियों से निबटने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम बताया।
महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला द्वारा डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में एक हाई-प्रोफाइल समारोह में जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद आई है।
I.N.D.I.A. ब्लॉक के प्रमुख नेताओं सहित उमर अबदुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं महबूबा ने एसकेआईसीसी के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘पांच साल बाद आखिरकार जम्मू-कश्मीर को अपनी स्थिर सरकार मिल गई है। आगे बहुत सी चुनौतियां हैं। हमें उम्मीद है कि यह सरकार अनुच्छेद 370 को खत्म करने की निंदा करते हुए अपना पहला प्रस्ताव पारित करेगी।’
‘जम्मू-कश्मीर के लोगों के घावों को भरने की कोशिश करनी होगी‘
पीडीपी नेता ने पिछले कुछ वर्षों में केंद्र सरकार के शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा झेली गई कठिनाइयों का जिक्र किया और स्थानीय शासन में विश्वास बहाल करने के लिए नई सरकार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पिछले पांच सालों में बहुत सारी परेशानियां देखी हैं। उन्होंने इस सरकार को भरोसे और उम्मीद के साथ चुना है। इस सरकार को जम्मू-कश्मीर के लोगों के घावों को भरने की कोशिश करनी चाहिए।’
सीएम उमर अब्दुल्ली ने 5 नए मंत्रियों संग ली शपथ
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बडगाम और गांदरबल का प्रतिनिधित्व करने वाले उमर अब्दुल्ला को आज उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने मुख्यमंत्री पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। अब्दुल्ला ने क्षेत्र में छह साल तक निर्वाचित सरकार की अनुपस्थिति के बाद मुख्यमंत्री का पद संभाला है। नए प्रशासन में उनके साथ नौशेरा से एनसी विधायक सुरिंदर चौधरी भी शामिल हैं, जिन्होंने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। साथ ही सकीना इटू (एनसी, डीएच पोरा), सतीश शर्मा (स्वतंत्र, छंब), जावेद डार (एनसी, राफियाबाद) और जावेद राणा (एनसी, मेंढर) ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
महाराष्ट्र व झारखंड में भी ऐसे ही परिणाम की उम्मीद जताई
महबूबा ने जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A. ब्लॉक की सफलता के बारे में भी उम्मीद जताई और इसे महाराष्ट्र व झारखंड में आगामी चुनावों में संभावित जीत से जोड़ा। उन्होंने पूरे भारत में विपक्षी गठबंधन की बढ़ती गति का जिक्र करते हुए कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A. ब्लॉक के लिए ऐसे सकारात्मक परिणामों के साथ मुझे महाराष्ट्र और झारखंड से भी इसी तरह के परिणाम मिलने की उम्मीद है।’