लखनऊ, 28 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी की मदद से बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के राष्ट्रपति पद का सफर पूरा करने के समाजवादी पार्टी के आरोप पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को करारा जवाब दिया है। मायावती ने मीडिया से वार्ता में समाजवादी पार्टी को ही भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में दोबारा सरकार बनने के लिए जिम्मेदार माना है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि मैं तो देश की प्रधानमंत्री बनने का सपना तो देख सकती हूं लेकिन मैं राष्ट्रपति बनने का सपना नहीं देख रही हूं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मुझे राष्ट्रपति बनाने का सपना देखना छोड़ दे। बसपा की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत के साथ वापसी के लिए समाजवादी पार्टी के बेहद कमजोर प्रदर्शन को जिम्मेदार माना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 को को हिंदू-मुस्लिम रंग दिया गया। प्रदेश में मुस्लिमों की खराब हालत के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं। मायावती ने अखिलेश यादव पर बेहद गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस बार उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए समाजवादी पार्टी ने तो भारतीय जनता पार्टी से मिलकर चुनाव लड़ा।
इन दोनों ने इस चुनाव को पूरी तरह से हिंदू-मुस्लिम रंग दिया है। समाजवादी पार्टी की इस चाल के कारण भारतीय जनता पार्टी फिर से यहां सत्ता में आई है। अब तो समाजवादी पार्टी को भी अपनी चाल का पता चल गया है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कमजोर प्रदर्शन से ही भारतीय जनता पार्टी को सत्ता मिली है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि बसपा शासनकाल में राजधानी लखनऊ और प्रदेश के अन्य जिलों में बनाए गए स्मारकों और पार्कों की हालत खराब है। इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र और विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनको पत्र सौंपा है। बसपा अध्यक्ष ने प्रदेश में बिजली संकट का भी जिक्र किया। कहा कि रमजान के महीने में बिजली की आवाजाही से मुस्लिमों को परेशानी हो रही है।