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मायावती का विपक्षी गठबंधन पर हमला – सुप्रीम कोर्ट से INDIA पर रोक लगाने की अपील

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लखनऊ, 6 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA में नजरअंदाज कर दी गईं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा सुप्रीमो मायावती ने विपक्षी गठबंधन पर हमला किया है और सुप्रीम कोर्ट से खुद से संज्ञान लेकर देश के नाम पर बने राजनीतिक दल, संगठन और गठबंधनों पर रोक लगाने की अपील की है।

विपक्षी गठबंधन ने बसपा प्रमुख की अनदेखी कर रखी है

देखा जाए तो मायावती ने पहली बार भाजपा विरोधी दलों की एकजुटता पर ऐसा प्रहार किया है, जिसकी तीन बैठकें पटना, बेंगलुरु और मुंबई में हो चुकी हैं। विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार जब लखनऊ आए थे तो सिर्फ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर लौट गए थे। वहीं आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने मुंबई में कहा था कि मायावती को बैठक में बुलाया ही नहीं गया है।

इंडिया देश का संवैधानिक नाम, इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ अनुचित

इस बीच केंद्र सरकार की ओर से संसद का विशेष सत्र बुलाने के बाद से ही देश का नाम बदलने को लेकर राजनीतिक बयानबाजी चल रही है जबकि संविधान में ‘इंडिया’ और ‘भारत’ दोनों नाम दर्ज हैं। ‘भारत बनाम इंडिया’ की इस बहस के बीच मायावती ने लखनऊ में बुधवार को मीडिया से कहा कि इंडिया देश का चिर-परिचित और गरिमामय संवैधानिक नाम है, जिससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ अनुचित है।

सरकार और विपक्ष के बीच इंडिया को लेकर मिलीभगत की आशंका जताई

मायावती ने कहा कि विपक्ष ने सोची-समझी रणनीति के तहत अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखकर भाजपा को देश के नाम को लेकर संविधान से छेड़छाड़ का मौका दिया है। बसपा प्रमुख ने आशंका जताई कि यह सरकार और विपक्ष की मिलीभगत भी हो सकती है क्योंकि इस विवाद से गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, विकास के मुद्दे दब गए हैं।

भाजपा पर इस मामले में संकीर्ण राजनीति करने का लगाया आरोप

मायावती ने कहा कि जब विपक्षी गठबंधन ने अपना नाम इंडिया रखा था, तभी भाजपा सरकार को इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले जाना चाहिए था और केंद्र सरकार को कानून बनाकर देश के नाम के इस तरह के इस्तेमाल पर रोक लगाना चाहिए था। भाजपा इस मामले में संकीर्ण राजनीति कर रही है। मायावती ने कहा कि बसपा चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट खुद इसका संज्ञान लेकर ऐसे सभी संगठन, पार्टी और गठबंधन पर रोक लगाए, जो देश के नाम पर बने हैं।

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