लखनऊ, 5 फरवरी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संतगुरु रविदास जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित किया है।
बसपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा, ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ का अमर आध्यात्मिक संदेश देने वाले महान संतगुरु रविदास जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित की। देश एवं दुनिया में रहने वाले उनके समस्त अनुयायियों को मेरी व बीएसपी की ओर से भी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।’
2. शासक वर्ग भी संतगुरु रविदास जी को अपने संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ की ख़ातिर केवल उनको माथा टेकने का कार्य न करे, बल्कि साथ ही, उनके गरीब व दुःखी-पीड़ित अनुयाइयों के हित, कल्याण एवं उनकी भावनाओं का भी ख़ास ख़्याल रखे, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) February 5, 2023
मायावती ने इसके साथ ही अपने दूसरे ट्वीट में सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शासक वर्ग भी संतगुरु रविदास जी को अपने संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ की ख़ातिर केवल उनको माथा टेकने का कार्य न करे, बल्कि साथ ही, उनके गरीब व दुःखी-पीड़ित अनुयायियों के हित, कल्याण एवं उनकी भावनाओं का भी ख़ास ख़्याल रखे, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि।
बता दें कि गुरु रविदास जयंती माघ महीने में पूर्णिमा (माघी पूर्णिमा) के दिन मनाया जाने वाला गुरु रविदास का जन्मदिन है। यह रैदास पंथ धर्म का वार्षिक केंद्र बिंदु है। जिस दिन अमृतवाणी गुरु रविदास जी को पढ़ी जाती है और गुरु के चित्र के साथ नगर में एक संगीत कीर्तन जुलूस निकाला जाता है।
इसके अलावा श्रद्धालु पूजन करने के लिए नदी में पवित्र डुबकी लगाते हैं, उसके बाद भवन में लगी उनकी छवि पूजी जाती है। हर साल, गुरु रविदास जन्म स्थान मंदिर, सीर गोवर्धनपुर, वाराणसी में एक भव्य उत्सव के अवसर पर दुनियाभर से लाखों श्रद्धालुओं आते है। रविदास के जन्म को रविदास जयंती के रूप में मनाया जाता है। जातिवाद और आध्यात्मिकता के खिलाफ काम करने के कारण रविदास पूजनीय हैं।