लखनऊ, 20 सितम्बर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि महिला आरक्षण विधेयक में कुछ प्रावधान हैं, जिससे इसके कार्यान्वयन में 15 से 16 वर्षों की देरी होगी। सरकार को जल्द इस पर कदम उठाना चाहिए। कई चुनाव तक ये आरक्षण नहीं मिल पाएगा।
आबादी के मद्देनजर महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने पर विचार करना चाहिए
मायावती ने यहां आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुझाव दिया कि आबादी को ध्यान में रखकर सरकार को महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने पर विचार करना चाहिए। सरकार ने संसद के निचले सदन, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने से संबंधित ऐतिहासिक ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ मंगलवार को लोकसभा में पेश किया।
19-09-2023-BSP PRESS NOTE-WOMEN RESERVATION BILL pic.twitter.com/6P9Z8Cb3eT
— Mayawati (@Mayawati) September 19, 2023
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारी पार्टी को उम्मीद है कि चर्चा के बाद इस बार यह महिला आरक्षण विधेयक जरूर पारित हो जाएगा, जो लंबे अर्से से लटका हुआ है। इस संदर्भ में मैंने अपनी पार्टी की ओर से एक बार नहीं, बल्कि कई बार संसद में कहा कि लोकसभा व राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को उनकी आबादी को ध्यान में रखते हुए 33 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। सरकार को इस बारे में विचार करना चाहिए।’
मायावती ने यह भी कहा कि इस विधेयक में सीट निर्धारित करने के मापदंडों में पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए और किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उनकी पार्टी महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पारित कराने में मदद करेगी।