नई दिल्ली, 7 मई। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने कठोर निर्णयक के तहत अपने भतीजे आकाश आनंद को अपरिपक्व करार देते हुए उन्हें न सिर्फ पार्टी कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है वरन अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी पद से भी वंचित कर दिया है। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट के जरिए मायावती ने खुद अपने निर्णय की जानकारी साझा की है।
मायावती ने एक्स पर लिखा है, ‘विदित है कि बसपा एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेंट है, जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।’
1. विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
— Mayawati (@Mayawati) May 7, 2024
उन्होंने आगे लिखा, ‘इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। जबकि इनके पिता आनंद कुमार पार्टी व मूवमेंट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।’
3. जबकि इनके पिता श्री आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेेंगेे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
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बहन जी ने गत वर्ष 10 दिसम्बर को आकाश आनंद को दी थीं दोनों जिम्मेदारियां
गौरतलब है कि बहन जी ने पिछले वर्ष 10 दिसम्बर को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्हें पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था। हालांकि, इस घोषणा से पहले भी आनंद अपनी बुआ के साथ पार्टी के कार्यक्रमों में नजर आते थे। 28 वर्षीय आकाश आनंद की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई नोएडा में हुई। उसके बाद उन्होंने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की है। इसी वर्ष मार्च में आनंद की शादी बसपा के वरिष्ठ नेता अशोक सिद्धार्थ की बेटी प्रज्ञा से हुई है।