पटना, 23 जनवरी। कड़ाके की ठंड में भी बिहार में सियासी कायसबाजियों का बाजार गर्म होता जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को चुनौती देने के लिए गठित विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. से नाराजगी की खबरों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी वक्त पाला बदलकर एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं।
नीतीश ने राज्यपाल आर्लेकर से बंद कमरे में 40 मिनट तक की बातचीत
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात करने अचानक राजभवन पहुंच गए। उनके साथ जदयू के वरिष्ठ नेता व वित्त मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद थे। राजभवन में करीब 40 मिनट तक मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच बंद कमरे में बाततीच हुई। वहीं, राजभवन से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कोई बातचीत नहीं की। बस फिर क्या था, इस मुलाकात को लेकर फिर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे।
उल्लेखनीय है कि जिस सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन गए, उसमें उनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे। ऐसे में वहां से उनको (उप मुख्यमंत्री) साथ लिए बगैर राजभवन जाना कई तरह की अटकलों को जन्म देता है। हालांकि, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय ने कहा कि यह शिष्टाचार मुलाकात है, इसको लेकर किसी भी तरह की कयासबाजी ठीक नहीं है।
वहीं, सियासी गलियारे में यह कहा जाने लगा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय राजभवन गए हैं, जब बिहार की सियासत में हलचल काफी बढ़ी हुई है। महागठबंधन नेताओं के बयानों में विरोधाभास के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अचानक राजभवन पहुंचना सियासी कयासों का बाजार गर्म कर दिया है।
हालांकि, कहा जा रहा है कि विधानमंडल के बजट सत्र को लेकर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलकात की है। वहीं, विपक्षी गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने से पिछले काफी वक्त से नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे हैं। उनके एनडीए में वापसी की अटकलें लगाई जा रही हैं।
जीतन राम मांझी का दावा – बिहार में होने वाला है बड़ा खेल
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने एक इंटरव्यू में नीतीश की वापसी के संकेत दिए थे। उनके इस बयान से स्पष्ट हो गया था कि भाजपा को नीतीश की वापसी से कोई ऐतराज नहीं है। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा राज्यपाल से मुलाकात किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से दावा किया है कि बिहार में बड़ा खेल होने वाला है।
जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि बंगला में कहते हैं, “खेला होबे”, मगही में कहते हैं, “खेला होकतो”, भोजपुरी में कहते हैं, “खेला होखी”, बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं। दरअसल, ललन सिंह के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ही कयासों का बाजार गर्म है।
बंगला में कहतें हैं,
“खेला होबे”
मगही में कहतें हैं,
“खेला होकतो”
भोजपुरी में कहतें हैं,
“खेला होखी”
बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं…— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 23, 2024
कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार किसी भी वक्त पाला बदलकर एनडीए में जा सकते हैं। जीतन राम मांझी लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि बिहार में बड़ा खेल होने वाला है। पिछले दिनों मांझी ने तख्तापलट का दावा किया था। अब एक बार फिर उन्होंने इशारों ही इशारों में बिहार में बड़े खेल की बात कही है।