नई दिल्ली, 22 जुलाई। राजस्थान की पूर्व राज्यपाल और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उस फैसले पर निराशा जाहिर की है, जिसके तहत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। इसके साथ ही अल्वा ने ममता को नसीहत देते हुए कहा कहा कि यह समय अहंकार का नहीं है।
मार्गरेट अल्वा ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा, “उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का टीएमसी का फैसला निराशाजनक है। यह ‘क्या बात’, अहंकार या क्रोध का समय नहीं है। यह साहस, नेतृत्व और एकता का समय है। मेरा मानना है कि ममता बनर्जी, जो साहस की प्रतीक हैं, विपक्ष के साथ खड़ी रहेंगी।”
The TMC's decision to abstain from voting in the VP election is disappointing. This isn't the time for 'whataboutery’, ego or anger. This is the time for courage, leadership & unity. I believe, @MamataOfficial , who is the epitome of courage, will stand with the opposition.
— Margaret Alva (@alva_margaret) July 22, 2022
उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने की घोषणा कर चुकी है टीएमसी
गौरतलब है तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया था। पार्टी का कहना है कि विपक्षी दलों द्वारा मार्गरेट अल्वा का नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया, लेकिन इस बाबत टीएमसी से राय नहीं ली गई। पार्टी को लूप में रखे बिना विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा करने की प्रक्रिया से वह असहमत है।
टीएएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने चुनाव में मतदान से दूर रहने की घोषणा करते हुए यह भी कहा था कि एनडीए उम्मीदवार, विशेष रूप से धनखड़ का समर्थन करने का कोई सवाल ही नहीं है, जिनका जुलाई 2019 में राज्य का राज्यपाल बनने के बाद से ममता बनर्जी सरकार के साथ लगातार टकराव रहा है।
अभिषेक बनर्जी बोले – टीएमसी के फैसले से विपक्षी एकता प्रभावित नहीं होगी
टीएमसी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कुछ नामों का सुझाव दिया था और चर्चा चल रही थी, लेकिन अचानक एक उम्मीदवार की घोषणा की गई। फिलहाल उनकी पार्टी के फैसले से विपक्षी एकता प्रभावित नहीं होगी और इससे एनडीए उम्मीदवार को भी मदद नहीं मिलेगी।
अल्वा का मुकाबला राजग उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से होगा
विपक्षी दलों ने 17 जुलाई को राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित करने का फैसला किया था। छह अगस्त को होने वाले चुनाव में अल्वा का मुकाबला राजग उम्मीदवार व पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ से होगा।