कंधमाल, 25 दिसम्बर। टॉप नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा के खात्मे के बाद सुरक्षा बलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली, जब उन्होंने गुरुवार की सुबह ओडिशा के कंधमाल जिले में एक बड़े एनकाउंटर में 1.1 करोड़ रुपये के ईनामी शीर्ष नक्सली नेता गणेश उइके समेत छह नक्सलियों को ढेर कर दिया। इनमें दो महिला कैडर भी शामिल थीं।
अमित शाह ने बताया मील का पत्थर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में इस कामयाबी को नक्सल मुक्त भारत की दिशा में मील का पत्थर करार दिया। उन्होंने कहा – ‘ओडिशा के कंधमाल में एक बड़े ऑपरेशन में सेंट्रल कमेटी के सदस्य गणेश उइके समेत छह नक्सलियों को मार गिराया गया है। इस बड़ी सफलता के साथ ओडिशा से नक्सलवाद से पूरी तरह खत्म होने की ओर है। हम 31 मार्च, 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।’
गणेश उइके पर था 1.1 करोड़ का ईनाम
वहीं ओडिशा पुलिस के नक्सल ऑपरेशन के DIG अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि उड़ीसा की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि कंधमाल और गंजम जिलों की सीमा पर स्थित चाकपाड़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत राम्पा के जंगलों में सीपीआई (माओवादी) सेंट्रल कमेटी के सदस्य 69 वर्षीय गणेश उइके के साथ नक्सलियों की टीम की मुठभेड़ हुई। गणेश उइके पर 1.1 करोड़ रुपये का ईनाम था। वह ओडिशा में प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख के तौर पर काम कर रहा था।
इन नामों से चर्चित था गणेश उइके
दिलचस्प तथ्य तो यह है कि तेलंगाना के नलगोंडा जिले में चेंदूर मंडल के पुल्लेमाला गांव के निवासी गणेश उइके ने कई उपनाम धारण कर रखे थे। उसे पक्का हनुमंतु, राजेश तिवारी, चमरू और रूपा के नाम से भी जाना जाता था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में दो महिला नक्सली भी मारी गई हैं। खबर लिखे जाने तक अन्य नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई थी। देश से नक्सलवाद के खात्मे के लिए पूरी ताकत से लगे सुरक्षा बलों के लिए इसे एक बड़ी और अभूतपूर्व कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।
चल रहा बड़ा ऑपरेशन
ओडिशा के डीजीपी योगेश बहादुर खुराना ने कहा, ‘गंजम जिले की सीमा पर एक बड़ा नक्सल विरोधी जॉइंट ऑपरेशन चल रहा है। सेंट्रल कमेटी के सदस्य गणेश उइके समेत छह नक्सलियों को मार गिराए जाने की सफलता गुरुवार को सुबह मिली। गणेश उइके ओडिशा में सभी नक्सली ऑपरेशनों को लीड कर रहा था। सुरक्षा बलों ने आज उसको खत्म कर दिया है। मेरा मानना है कि इससे ओडिशा में नक्सलवाद की कमर टूट गई है।’
नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में बड़ी कामयाबी
अधिकारी ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी की ओर से नक्सलवाद के खात्मे के लिए तय की गई मार्च, 2026 की डेडलाइन को ओडिशा पुलिस जल्द से जल्द हासिल करना चाहती है। ओडिशा पुलिस इसके लिए सुरक्षा बलों के साथ मिलकर पूरी लगन से काम कर रही है। हिडमा के बाद अब गणेश उइके के मारे जाने का व्यापक असर पड़ेगा। इससे ओडिशा ही नहीं अन्य राज्यों में भी नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक बड़ा बदलाव आएगा।

