नई दिल्ली, 1 फरवरी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को बजट पेश करते हुए कहा कि इसमें विकास को प्रोत्साहन दिया गया है। साथ ही इस बजट में सरकार के इरादे को दर्शाया गया है।
बजट की कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार हैं –
- 2014 से हमारी सरकार गरीबी और हाशिए पर रह रहे लोगों को सशक्त बनाने में जुटी।
- कोरोना लहर से जूझ रहा है। लेकिन हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से उभर रही है।आगामी वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2% रहने का अनुमान है।
- एलआईसी का आईपीओ जल्द आने की उम्मीद।
- 25 साल की बुनियाद का बजट।
- 60 लाख नई नौकरियां सृजित की जाएंगी।
- किसानों की आय को बढ़ाने के लिए पीपीपी मोड में योजना शुरू की जाएगी।
- एक साल में 25,000 किमी हाईवे, हाईवे विस्तार पर 20 हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च।
- 8 नई रोपवे का निर्माण किया जाएगा।
- 3 वर्षों में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी।
- तिलहनों के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में काम करेगी सरकार।
- 5 नदियों को जोड़ा जाएगा।
- साल 2023 मोटा अनाज वर्ष घोषित।
- ऑर्गेनिक खेती पर सरकार का जोर।
- किसानों को डिजिटल सर्विस मिलेगी।
- सिंचाई, पेयजल सुविधाएं बढ़ाने पर जोर।
- रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा। स्थानीय उत्पाद की सप्लाई चैन बढ़ाने के लिए ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ योजना शुरू की जाएगी।
- गंगा नदी के किनारे 5 किमी चौड़े गलियारों में किसानों की जमीन पर फोकस के साथ पूरे देश में रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
- अगले 3 वर्षों में 100 PM गति शक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाएंगे।
- पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख आवास बनेंगे।
- पीएम ई विद्या प्रोग्राम के तहत ‘वन क्लास, वन टीवी चैनल’ का विस्तार होगा। इसके तहत 12 से 200 टीवी चैनलों तक विस्तार किया जाएगा। सभी राज्यों में एक से 12 साल के बच्चों को उनकी भाषा में शिक्षा मिल सकेगी।
ज्ञातव्य है कि यह बजट ऐसे समय आया है, जब देश कोरोना महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इसके साथ ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।