पेरिस, 30 जुलाई। हरियाणवी शूटर मनु भाकर ने उम्मीदों के अनुरूप पेरिस ओलम्पिक खेलों के दौरान तीन दिनों के भीतर दूसरी बार इतिहास रचा, जब उन्होंने मंगलवार को सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम फाइनल में दक्षिण कोरिया को हराकर कांस्य पदक पर अधिकार कर लिया।
“🇮🇳 What a day for India at #Paris2024! Manu Bhaker makes history with 2 bronze medals in women's 10m air pistol and 10m air pistol mixed team. Sarabjot Singh also shines bright! Proud of our shooting stars! 🇮🇳 #TeamIndia #cheer4Bharat.
"🇮🇳 Quelle journée pour l'Inde à… pic.twitter.com/KbKRbAU8hr
— India in France (@IndiaembFrance) July 30, 2024
मनु व सरबजोत ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग का कांसा जीता
चेटेउरौक्स नेशनल शूटिंग सेंटर में सरबजोत व मनु की भारतीय जोड़ी ने कांस्य पदक की लड़ाई में कोरिया के ली वोन्हो व ओ ये जिन को 16-10 से हराकर देश को इस ओलम्पिक में दूसरा पदक दिलाया। इसके साथ ही मनु देश की स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं। दिलचस्प यह है कि टोक्यो ओलम्पिक में मनु पिस्टल में खराबी आने के कारण फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी थीं, लेकिन यहां उन्होंने सारी कसर पूरी कर दी।
A fortuitous date!
London 2012 🤝🏻 Paris 2024
If Gagan Narang did it in the English capital in 2012, Manu Bhaker and Sarabjot Singh emulated him in the 'City of Love' this 2024. pic.twitter.com/7qkIfnplOV
— SAI Media (@Media_SAI) July 30, 2024
भाकर ने दो दिन पूर्व महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में जीता था कांस्य
गौरतलब है कि दो दिन पहले (28 जुलाई) मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य जीतने के साथ ही पदक तालिका में न सिर्फ भारत का खाता खोला था वरन ओलम्पिक शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज भी बन गईं थीं। अब आज उन्होंने सरबजोत के साथ मिलकर मिश्रित टीम स्पर्धा का भी कांस्य पदक जीतने के साथ नए अध्याय का सृजन किया।
Huge congratulations to @realmanubhaker and Sarabjot Singh for winning the historic BRONZE medal in the 10m Air Pistol Mixed Team event for Bharat!
Your incredible teamwork has made the nation proud.#ParisOlympics2024#Cheer4Bharat pic.twitter.com/HM93vwj0K2
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) July 30, 2024
नॉर्मन प्रिचार्ड ने आजादी के पहले एक ओलम्पिक में जीते थे दो पदक
यदि ओलम्पिक खेलों में भारतीय प्रदर्शन का इतिहास देखें तो ब्रिटिश मूल के भारतीय एथलीट नॉर्मन प्रिचार्ड ने 1900 के पेरिस ओलम्पिक में 200 मीटर फर्राटा और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीते थे, लेकिन वह उपलब्धि आजादी से पहले की थी। वहीं मनु आजादी के बाद यह कारनामा करने वालीं पहली भारतीय बनीं।
From Tokyo’s heartbreak to historic triumph!
Manu Bhaker is now the first Indian woman athlete to win two medals in a single Olympics. Catch more action LIVE on #Sports18 and stream FREE on #JioCinema!#OlympicsOnJioCinema #OlympicsOnSports18 #JioCinemaSports #Cheer4Bharat pic.twitter.com/JMMLIb67lY
— JioCinema (@JioCinema) July 30, 2024
पदकों की हैट्रिक जमाने की कोशिश करुंगी : मनु भाकर
गौर करने वाली बात यह है कि झज्जर की रहने वालीं मनु अब दो अगस्त को 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भी जोर आजमाएंगी। यानी उनके पास तीसरा पदक जीतने का भी मौका है। आज कांस्य जीतने के बाद मनु अपने पार्टनर सरबजोत सिंह के साथ काफी खुश दिखीं। यह पूछे जाने पर कि वह अब मेडल की हैट्रिक भी जड़ सकती हैं, उन्होंने कहा, ‘मैं मेडल जीतने के लिए पूरी जान लगा दूंगी और हैट्रिक जमाने की पूरी कोशिश करूंगी।’
‘हमने अंत तक जुझारूपन नहीं छोड़ा‘
मनु और सरबजोत ने क्वालिफिकेशन दौर में 580 स्कोर अर्जित कर कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी। मनु ने जीत के बाद कहा, ‘मैं बहुत ही गर्व महसूस कर रही हूं। सभी को शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।’ उन्होंने कहा, ‘हम विरोधी टीम के प्रदर्शन पर नियंत्रण नहीं कर सकते, लेकिन अपना प्रदर्शन तो अपने साथ में है। मैंने और मेरे जोड़ीदार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके अंत तक जुझारूपन नहीं छोड़ा।’
सरबजोत बोले – मुकाबले के दौरान काफी दबाव था
वहीं अंबाला के निशानेबाज सरबजोत पर व्यक्तिगत वर्ग में नाकाम रहने के बाद अच्छे प्रदर्शन का काफी दबाव था। उन्होंने कहा, ‘मुझे अच्छा लग रहा है। मुकाबला काफी कठिन था और काफी दबाव था।’
खराब शुरुआत के बाद भारतीय जोड़ी ने की वापसी
मुकाबले की बात करें तो भारतीय जोड़ी की शुरुआत खराब रही, जब सरबजोत का पहला शॉट 8.6 रहा। लेकिन मनु ने 10.2 बनाया। कोरियाई जोड़ी ने कुल 20.5 स्कोर करके 2.0 की बढ़त बना ली। मिश्रित टीम वर्ग में पहले 16 अंक तक पहुंचने वाली टीम विजयी रहती है। फिलहाल पहला सेट हारने के बाद मनु ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए सिर्फ तीन बार 10 से कम स्कोर किया। इसके बाद से कोरियाई टीम के लिए वापसी करना मुश्किल हो गया। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक सर्बियाई टीम ने जीता, जिसने तुर्किए को 16-14 से शिकस्त दी।